रचना
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है नारी ममता की मूर्ति नारी से जीवन पाया है ।
विषय नारी है नारी ममता की मूर्ति नारी से जीवन पाया है नारी से पैदा राम हुए नारी ने मोहन…
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कहते है इंसान पैदा हुआ तब भी रोया…
अंतरराष्ट्रीय दिवस पर महिलाओं को समर्पित मेरी यह रचना। कविता:नारी व्यथा कहते है इंसान पैदा हुआ तब भी रोया लेकिन…
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जीवन को बांधने वाली डोर हो तुम इस युग का आधार हो तुम।
*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस* जीवन को बांधने वाली डोर हो तुम इस युग का आधार हो तुम हे नारी तुम जीवन…
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यूं तो समझा जाता है कमजोर, पर नहीं रहा कोई ऐसा ज़रा दौर।
नारी यूं तो समझा जाता है कमजोर, पर नहीं रहा कोई ऐसा ज़रा दौर, जब नारी ने मानी हो ऐ…
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नारी तू शक्तिस्वरूपा है , क्या सही में तू शक्तिशाली है ।
*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कविता* नारी तू शक्तिस्वरूपा है , क्या सही में तू शक्तिशाली है । नौ दिन होते…
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वो सूर्य की उजली किरन, अंधियारे को हरती गयी।
#आधुनिक नारी वो सूर्य की उजली किरन, अंधियारे को हरती गयी। इकसीध सतपथ पे चली, जय ध्वज लिए बढ़ती गयी।…
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स्त्री के चरित्रहीनता की परिभाषा क्या होती है…
स्त्री के चरित्रहीनता की परिभाषा क्या होती है, क्यों समाज उठाता उस स्त्री पर अंगुली जो अपने लिए जीती है,…
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मैं आधुनिक नारी हूँ,…
आदर्श शिक्षक सम्मान 2023 के पटल को नमन **महिला दिवस पर स्वरचित कविता** ???????????????????????????? मैं आधुनिक नारी हूं! सशक्त हूँ…
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हर काम पर सब पर भारी…
नारी….. हर काम पर सब पर भारी फिर भी बेचारी, घर गृहस्थी या नौकरी कहीं न करती मक्कारी फिर भी…
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नारी की पहचान…
‘नारी की पहचान ‘ ???????????????? मैं अबला नहीं, अंजान नहीं ।। अनभिज्ञ नहीं , नादान नहीं ।। अब दबी हुई,…
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