अन्तर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस के अवसर पर किया सत्याग्रह।
लोकपाल अधिनियम की धारा 63 का पालन कराते हुए हर राज्य में नियुक्त हो लोकायुक्त।
व्हिसिल ब्लोअर प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग।
जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान में विश्व भ्रष्टाचार निरोधक दिवस के अवसर पर भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मालवीय आवास गृह बदायूं पर एकत्र हुए। सर्वप्रथम राष्ट्र राग “”रघुपति राघव राजाराम…..”” का कीर्तन किया तदंतर ध्येय गीत- जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो , का सामूहिक रूप से गायन किया गया। जिलाधिकारी बदायूं के माध्यम से राष्ट्रपति को पांच सुत्रीय मांगपत्र प्रेषित किया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के संस्थापक/ अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि व्यवस्था को पारदर्शी बनाने व भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए अनेक उपयोगी कानून आज़ादी के बाद से अब तक संसद व राज्य विधान मंडल द्वारा बनाए गए हैं, अनेक कानून क्रियान्वित भी नही हुए हैं। कुछ कानून भ्रष्ट तत्वों द्वारा निष्प्रभावी किए जा रहे हैं । लोकपाल अधिनियम की धारा 63 के अनुपालन में सभी राज्यों में लोकायुक्त नियुक्त नहीं किए गए हैं। व्हिसिल ब्लोअर प्रोटेक्शन बिल भी लम्बे समय से लंबित है। सूचना का अधिकार अधिनियम को दुर्बल करने के लिए धारा 8(1)जे को हटाया जा रहा है। सिटीजन चार्टर/ जनहित गारंटी कानून भी निष्क्रिय है। सूचना/सामाजिक कार्यकर्ता जन उपयोगी कानूनो को प्रभावी बनाए जाने हेतु निरंतर आवाज उठाते रहेंगे।
श्री राठोड़ ने कहा कि प्रति वर्ष विभागवार अति भ्रष्ट और ईमानदार कार्मिकों को चिन्हित कर सूची सार्वजनिक करने के साथ ही ईमानदार कार्मिकों को सम्मानित करने के सार्वजनिक कार्यक्रम जनपद ,मंडल, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर आयोजित किए जाए। रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी और मिलावटखोरी को नियंत्रित करने हेतु मृत्यु दण्ड का प्रावधान हो।
इस अवसर पर जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के मार्गदर्शक धनपाल सिंह, संरक्षक एम एल गुप्ता, सुरेश पाल सिंह चौहान, प्यारेलाल , एच एन सिंह, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी राम गोपाल, प्रदेश समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलोत, मंडल समन्वयक एम एच कादरी, जिला समन्वयक आर्येंद्र पाल सिंह, प्रमोद कुमार, ज्ञानदीप शर्मा, कृष्ण गोपाल, नेत्रपाल, विनोद गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।