November 22, 2024

विषय नारी 

है नारी ममता की मूर्ति

नारी से जीवन पाया है

नारी से पैदा राम हुए

नारी ने मोहन जाया है।

नारी रूप महान है

सब रत्नों की खान है

नारी शक्ति अपार है

करती बेड़ा पार है।

है नारी श्रद्धा और शक्ति

नारी की भक्ति महान है

नारी जग कल्याण है

अद्भुत रूपों की खान है।

नारी जग आधार है

करती बहुत उपकार है

कभी तेज धार तलवार है

करती दुष्टों पर प्रहार है

है नारी अद्भुत शक्ति

माँ की ममता और दुलार है

नारी पालन हार है

आलौकिक तेज श्रंगार है।

गरिमा वार्ष्णेय, हाथरस

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