उत्तर प्रदेश समाचार
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नदियों सी चंचल हो करूणा की तुम सागर हो।
नदियों सी चंचल हो करूणा की तुम सागर हो धरा का यश वैभव हो जग का तुम स्वाभिमान हो हे…
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शक्ति से जब ललित-भाव का,मेल कराना होता है
*नारी -महत्व* (8 मार्च महिला-दिवस पर) नारी लेती *जन्म* कि जब, प्रकृति अपना रुप बढ़ाती है। प्रकृति अपने *पुरूष-पात्र* को,…
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नौ दिन होते बालिकाओं का पूजन , बाकी दिन क्यों पूजन नहीं होते हैं
*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कविता* नारी तू शक्तिस्वरूपा है , क्या सही में तू शक्तिशाली है । नौ दिन होते…
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अपने अस्तित्व को तलाशती, निःशब्द हूँ, मौन हूँ।
मैं कौन हूँ ? अपने अस्तित्व को तलाशती, निःशब्द हूँ, मौन हूँ । क्या मै पथिक हूँ ? जीवन पथ…
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नारीशक्ति की कर पूजा,नारी सम नहीं है दूजा।
*स्वरचित कविता* *शीर्षक-नारी सम दूजा नहीं।* नारीशक्ति की कर पूजा। नारी सम नहीं है दूजा।। नारी शक्ति धरा पर आई।…
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संसार की तुम तारणहारिणी, पाप नाशिनी देह धारिणी ।
शीर्षक- हे नारी तुम्हें प्रणाम ???? लेखिका- सुनीता श्रीवास्तव (सुल्तानपुर, उ. प्र.) हे नारी तुम्हें प्रणाम ???? तुझ सा जग…
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करती रहती हूँ सबकी अभिलाषाएं पूरी।
“कर लो नारी सम्मान’ कर लो नारी सम्मान कर लो नारी का सम्मान, मुझसे ही है, तुम्हारा मान मुझ में…
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है नारी ममता की मूर्ति नारी से जीवन पाया है ।
विषय नारी है नारी ममता की मूर्ति नारी से जीवन पाया है नारी से पैदा राम हुए नारी ने मोहन…
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कहते है इंसान पैदा हुआ तब भी रोया…
अंतरराष्ट्रीय दिवस पर महिलाओं को समर्पित मेरी यह रचना। कविता:नारी व्यथा कहते है इंसान पैदा हुआ तब भी रोया लेकिन…
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जीवन को बांधने वाली डोर हो तुम इस युग का आधार हो तुम।
*अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस* जीवन को बांधने वाली डोर हो तुम इस युग का आधार हो तुम हे नारी तुम जीवन…
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