राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त को समर्पित रही पंचम मासिक काव्य गोष्ठी।
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक व्यक्त।
परिवर्तन का दौर है, कर लो नव निर्माण।
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत के तत्वावधान में पंचम मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन शिवपुरम बदायूं स्थित डॉ सुशील कुमार सिंह के कार्यालय पर जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के मार्गदर्शक एम एल गुप्ता की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिष्ठित समाजसेवी सेवा निवृत बैंक प्रबंधक के वी सिंह उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम अतिथिगण द्वारा छंद अधिपति गणपति, विद्या की देवी सरस्वती व आदिकवि वाल्मीकि के चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। तत्पश्चात् संयोजक राजवीर सिंह तरंग ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के मार्गदर्शक एम एल गुप्ता ने कहा कि निरन्तर इस तरह की गोष्ठियों के आयोजन से हिन्दी को पूर्ण सम्मान दिलाए जाने के संकल्प की पूर्ति हो सकेगी।
मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए सेवा निवृत बैंक प्रबंधक के वी सिंह ने कहा कि हिंदी के उत्थान के लिए भारतीय हिंदी सेवी पंचायत द्वारा किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। हमें हिंदी में कार्य करने, हिन्दी में संवाद करने तथा हिन्दी में हस्ताक्षर करने में गर्व की अनुभूति होनी चाहिए।
राजवीर सिंह तरंग ने पढ़ा –
जब तक जीवित धरा रहेगी, भारत माता की संतान।
इस दुनिया के मानचित्र पर, अमर रहेगा हिंदुस्तान।।
कवियत्री मधु प्रिया चौहान ने पढ़ा –
परिवर्तन का दौर है, कर लो नव निर्माण।
कर्म सदा ऐसे रहें, करें विश्व कल्याण।।
चंद्रवीर सिंह ने पढ़ा –
मातृभूमि है हमारी भारत प्यारा देश, गुंडों और ग़द्दारों से इसको बचाएंगे।
आसमान में फहराएंगे तिरंगा प्यारा, बलिदान हम देश पर हो जाएंगे।
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत के संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट ने कार्यक्रम उद्देश्यों और भावी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उपस्थितजन का आभार व्यक्त किया।
अंत में दो मिनट का मौन रखकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
काव्य गोष्ठी में प्रमुख रूप से रामगोपाल, विपिन कुमार सिंह, मनीष कुमार, प्यारेलाल, सुरेश पाल सिंह चौहान, डॉ सुशील कुमार सिंह, राजीव कुमार भारद्वाज आदि की सहभागिता रही।