=========
मिशन शक्ति विशेष अभियान के तहत आयोजित किए जा रहे अमृत योग सप्ताह के सातवें व अंतिम दिवस छात्राओं ने निरंतर जारी रखा योग, साथ ही अपने परिवार और पड़ोस में भी इस कार्यक्रम को निरंतर एवं सुचारू रूप से जारी रखने का संकल्प ले दिया संदेश *”जीवन गीत मधुर होगा,यदि संग योग का सुर होगा*’
**********************************************
गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय, बदायूँ की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई० क्यू०ए० सी०) के तत्वावधान में प्राचार्या डॉ वंदना शर्मा के संरक्षण एवं निर्देशन में व कॉर्डिनेटर आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ व प्रभारी मिशन शक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के संयोजन एवं नेतृत्व में चलाए जा रहे में चलाए जा रहें “मिशन शक्ति विशेष अभियान के तहत 8वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा अमृत योग सप्ताह के अंतिम दिवस आज दिनाँक-20.06.2022 को ऑन लाइन माध्यम से छात्राओं को लोगों को योग के प्रति जागरूक करने का संकल्प दिलाया कहा *”जीवन गीत मधुर होगा,यदि संग योग का सुर होगा।*”
कार्यक्रम संयोजिका असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के निर्देशन में छात्राओं ने योगाभ्यास किया। प्राचार्या प्रोफेसर डॉ वंदना शर्मा ने छात्राओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि
08वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2022 की थीम ‘मानवता के लिए योग’ घोषित की गई है। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर पूरे देश में मनाये जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव-2022 के अवसर पर 25 करोड़ लोगों को योग से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु अमृत योग सप्ताह के माध्यम से आप सभी द्वारा किया गया प्रयास सराहनीय है। छात्राओं को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से योग करने को प्रेरित करते हुए कार्यक्रम संयोजिका असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने कहा कि प्रतिदिन योग करने व्यक्ति के शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है। योग करने से जीवन में अध्यात्म का सृजन होता है। आज दुनियाभर के दर्जनों देशों में योग को जीवन का श्रृंगार माना जाता है। खासकर कोरोना काल में कई कारणों के चलते लोग तनाव भरी जिंदगी जीने लगे हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए योग सबसे बड़ी दवा है। इसीलिए व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए रोजाना योग करना चाहिए। डॉ निशी अवस्थी ने कहा कि
योग द्वारा ध्यान और श्वास पर नियंत्रण होने के कारण मनुष्य तनावमुक्त महसूस करता है नियंत्रित योग करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं तथा बॉडी का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अंत में छात्राओं ने योगाभ्यास कर दिया संदेश- *”जीवन गीत मधुर होगा,यदि संग योग का सुर होगा।*” छात्राओं में कु पलक वर्मा, रश्मि दिवाकर, शिवांगी, राजकुमारी, पूनम, स्नेहा, महरूम निशा, शालिनी सागर वैष्णवी शंखधार आदि की सक्रिय सहभागिता रही। इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।