देश की राजधानी दिल्ली में रविवार को शिक्षिका व समाजसेवी अलका गुप्ता को एक साथ कबीर कोहिनूर सम्मान व काव्य श्री सम्मान से सम्मानित किया गया। अलका गुप्ता ने बताया कि डॉ आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर हॉल दिल्ली में कोहिनूर सम्मान व हिंदी भवन दिल्ली में अशोक चक्र विजेता का सम्मान समारोह दोनों एक ही दिन 5 फरवरी को आयोजित हुआ। दोनों आयोजन स्थल एक ही शहर में होने के कारण वह दोनों सम्मान समारोह में शामिल हो सकीं। माघ पूर्णिमा रविवार के पावन दिवस पर “अशोक चक्र विजेता” दोहा विधा में प्रकाशित ग्रंथ का हिंदी भवन दिल्ली में लोकार्पण किया गया। यह ग्रन्थ इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी शमिल किया गया है। जिसमे अलका गुप्ता ‘अलकाकृति’ ने भी अशोकचक्र विजेता लेफ्टिनेंट पुनीत नाथ दत्त के जीवन पर दोहा रचकर विश्व रिकार्ड बनाया। अंतर्राष्ट्रीय शब्द सृजन मंच द्वारा पुस्तक लोकार्पण व सम्मान समारोह कार्यक्रम में रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल विष्णु कांत चतुर्वेदी व ब्रिगेडियर चौधरी द्वारा “काव्य श्री सम्मान” से सम्मानित किया गया।
इसी पावन दिवस पर डॉ अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय सेंटर हाल दिल्ली में ही इन्हें समाजिक कार्यो के लिए अंतर्राष्ट्रीय सम्मान “कबीर कोहिनूर अवार्ड” से भी सम्मानित किया गया। यह सम्मान भारत भूषण महाराज डॉ नानकदास जी पूर्व केंद्रीय टी बोर्ड सदस्य भारत सरकार , पूर्व केंद्रीय मंत्री सी0 आर0 चौधरी व डॉ परीन सोमानी डाइरेक्टर लंदन आर्गेनाइजर ऑफ स्किल डेवलपमेन्ट द्वारा उन्हें सामाजिक कार्य करने व समाज मे जागरूकता बढ़ाने के लिए के द्वारा प्रदान किया गया। कबीर कोहिनूर अवार्ड के लिए देश विदेश के सौ असाधारण प्रतिभाशाली व्यक्तित्व की सूची में 41 वें क्रमांक पर समाजसेवा के क्षेत्र में उन्हें चयनित किया गया था। जो कि बहुत ही गर्व की बात है। वह उत्कृष्ट शिक्षण कार्य करने के साथ साथ एक अच्छी कवियित्रि, सामाजिक कार्यकर्ता भी है। वह न केवल जिला हरदोई में बालक बालिकाओं को स्वरोजगार की ओर अग्रसर करने हेतु हस्तकला प्रशिक्षण देती है वरन डिजिटल मीडिया के सहयोग से विभिन्न राज्यों में भी बच्चों महिलाओं को स्वरोजगार व रिसाइकिल के क्षेत्र में प्रशिक्षित करती है व अवसर प्रदान करती हैं। इसके अलावा बालक बालिकाओं को किशोरावस्था की समस्याएं व नैतिक विकास पर चर्चा करने व जागरूक करने का कार्य सखी सहेली दिवस कार्यशाला द्वारा कई वर्षों से कर रही हैं। पिछले वर्ष उन्हें साउथ एशिया उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, राष्ट्रीय गौरव सम्मान, काशी सम्मान, महादेवी वर्मा सम्मान सहित कई सम्मान प्राप्त कर चुकी है। इस उपलब्धि पर उनके निवास स्थल बदायूँ व कार्यस्थल हरदोई से बहुत बधाइयां मिल रही है। दोनों शहरों का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि मुझे इस उपलब्धि पर बहुत हर्ष की अनुभूति हो रही है। और इसके साथ ही शिक्षा के प्रति व समाज के प्रति मेरी जिम्मेदारी भी और बढ़ गयी है। जिसे और मेहनत से आगे बढ़ाएंगी।