महाविद्यालय की संस्थापिका श्रीमती गिन्दो देवी की मनाई पुण्यतिथि: शिक्षा के क्षेत्र में किए अनेकों काम, कई शिक्षण संस्थान भी बनवाए- प्रोफेसर वंदना शर्मा
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर डॉ वंदना शर्मा, अध्यक्ष प्रबंध समिति विशाल रस्तोगी, प्रबंधक गौरव रस्तोगी, उप प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल, असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती, डॉ इन्दु शर्मा, डॉ निशी अवस्थी, डॉ उमा सिंह गौर सहित समस्त महाविद्यालय परिवार ने गिन्दो देवी के चित्र पर माल्यापर्ण कर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्राचार्या प्रोफेसर वंदना शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि गिन्दो देवी जी के त्याग एवं सेवा भाव को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वह मूलत: बदायूँ जनपद की निवासी थे। निसंतान होते हुए भी उन्होंने बेटियों के हित को सर्वोपरि स्थान दिया और बदायूँ जनपद में पहला महिला महाविद्यालय स्थापित किया।
असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने संस्थापिका के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए जीवन में निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। डॉ गार्गी बुलबुल ने बताया कि गिन्दो देवी ने बालिकाओं के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए शिक्षण संस्थान स्थापित ही नहीं किया उसे ऊचाइयों तक भी पहुँचाया।जिसमें आज बच्चियां शिक्षा ग्रहण कर देश-विदेश तक नाम रोशन कर रहे है। कार्यक्रम का संचालन आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ कॉर्डिनेटर असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने किया। इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
असिस्टेंट प्रोफेसर सरला चक्रवर्ती
आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ कॉर्डिनेटर
गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय, बदायूँ