छह दिन से धरने पर बैठे वकील, पुलिस प्रशासन उदासीन।
पुलिस की कार्य प्रणाली से पनप रहा आक्रोश।
सिविल बार परिसर में कब्जा करने एवम बार सचिव के साथ अभद्रता के प्रकरण में दर्ज मुकदमें में कार्यवाही न होने तथा अभियुक्त की गिरफ़्तारी न किए जाने से क्षुब्ध होकर कलमबंद हड़ताल के बाद बेमियादी धरना आज छठे दिन भी जारी रहा। आज धरने पर असरार अहमद एडवोकेट, वेद प्रकाश साहू एडवोकेट, राजीव सक्सेना एडवोकेट , असद अहमद एडवोकेट बैठे। आंदोलन मांग पूरी होने तक जारी रहेगा।
इस अवसर पर सिविल बार एसोसिएशन बदायूं के सचिव अरविंद पाराशरी एडवोकेट ने कहा कि घटना को घटित हुए आज चौबीस दिन हो गए हैं किंतु विवेचना में कोई प्रगति नहीं हुई है, अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया गया है, एस एस पी के निर्देश के बाद भी धारा ४५२ नहीं जोड़ी गई, अध्यक्ष को धमकाने वाले हिस्ट्रीशीतर के विरुद्ध कार्यवाही नहीं हुई, कोतवाली पुलिस अभियुक्त से मिली हुई है, इतना ही नहीं कोतवाली पुलिस एस एस पी के निर्देश भी नहीं मानती है। ११ सितंबर तक कलमबंद हड़ताल रही, १२ सितंबर से धरना चल रहा है, किंतु किसी भी उच्चाधिकारी ने धरनारत अधिवक्ताओ से वार्ता करना भी उचित नहीं समझा। १९ सितंबर को बार एसोसिएशन की आम सभा में आंदोलन की नई रणनीति बनाई जाएंगी। धरना को अनशन में बदला जाएगा। अधिवक्ताओं की मांगों के प्रति अगंभीर रवैया अपनाने वाली कोतवाली पुलिस के विरुद्ध शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रेम स्वरुप वैश्य एडवोकेट, सुभाष चंद्र गुप्ता एडवोकेट, नरसिंह प्रसाद गुप्ता एडवोकेट, हेमेंद्र रेंडर एडवोकेट, राधा रमन गुप्ता एडवोकेट, हिमांशु कुमार एडवोकेट, अनवर आलम एडवोकेट, पंकज कुमार एडवोकेट, अनुराग शर्मा एडवोकेट, सुभाष चंद्र सक्सेना एडवोकेट, विवेक कुमार रेंडर एडवोकेट, शिसनेस सक्सेना एडवोकेट, जफर अहमद एडवोकेट, प्रशांत शंखधार एडवोकेट, विवेक कुमार रेंडर एडवोकेट, मधुकर शर्मा एडवोकेट, कौशलेंद्र मोहन शर्मा एडवोकेट, अंशुल गुप्ता एडवोकेट, राघव पाठक एडवोकेट, सुधीर मिश्रा एडवोकेट , सोना गुप्ता एडवोकेट, नितिन गुप्ता एडवोकेट, वीरेंद्र पाल एडवोकेट, गौरव दुवे एडवोकेट आदि सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।