गुरुकुलम जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उनमें संस्कारों को भी समाहित करने का कार्य किया जाता रहा था,आज उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है कानपुर नौबस्ता स्थित गुरुकुलम स्कूल जो बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कारों के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य पर भी जागरूक करता है इतना ही नहीं यहां सभी कुछ बच्चों के निशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है|
गुरुकुलम के संस्थापक उद्देश्य सचान जिन्होंने एक छोटी से शुरुआत की कुछ 10 से 15 बच्चों के साथ उन्हें पढ़ाने की और आज तकरीबन 150 बच्चे इस संस्था से जुड़ चुके हैं,संस्था के जरिए बच्चों को आठवीं तक की निशुल्क शिक्षा दी जाती है ,ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके.
इतना ही नहीं बच्चों को स्किल्स पर काम होता है ताकि शिक्षा के साथ ही वे आगे चलकर रोजगार भी आसानी से पा सकें ,अध्यक्ष उद्देश्य सचान ने बताया कि ,मेरा उद्देश्य है की बच्चों को निशुल्क व अच्छी शिक्षा दिला सकूं, उनकी स्किल्स न बर्बाद होने दूं बल्कि उसकी पहचान करवाकर उस स्किल्स से उन्हें रोजगार के मौके मुहैया करवाऊं,इसके लिए जल्द ही एक बड़ा विद्यालय बनवाऊंगा , कुछ लोग उन्हें आर्थिक सहयोग करते हैं जिससे विद्यालय चलता है
सुबह 5 से शाम 7 बजे तक चलती है क्लास
गुरुकुलम में सुबह 5 बजे से ही कक्षाएं शुरू हो जाती हैं जिसमे बच्चों को सुबह योगा, ध्यान कराया जाता है स्कूल में बच्चों को सिर्फ ब्लैकबोर्ड में पढ़ाया ही नही जाता है बल्कि ऑडियो ,वीडियो के जरिए समझाया भी जाता है जिससे बच्चे कभी भी टॉपिक को भूल न सकें।
मुस्कान है पहचान
गुरुकुलम में कदम रखते ही आपको जो सबसे खास चीज महसूस होगी, वो है वहां के बच्चों का आत्मविश्वास और उनकी मुस्कान। वो मुस्कान जो हौसला देती है अभावों भरी जिंदगी से आगे बढ़ कर कुछ बड़ा करने का। संस्थापक उद्देश्य सचान का कहना है कि गुरुकुलम में बच्चों को सिर्फ पढ़ना नहीं सिखाया जाता बल्कि उन्हें खुश रहना और खुद पर विश्वास करना भी सिखाया जाता है और ये विश्वास ही बच्चों को आगे बढ़ने और अपने आपको हर दिन पहले से बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करता है। और किसी ने ठीक ही कहा है कि जहां आत्मविश्वास की मुस्कान बिखरती है वहां सारी बांधाएं और व्यवधान सफलता के स्वागत के लिए खुद ही रास्ते छोड़ देते हैं और ये बच्चे अब ऐसे ही एक रास्ते पर चल रहे हैं।
बच्चों की skills पर दिया जाता है ध्यान
चार साल पहले शुरुआत की,हमारे एजुकेशन सिस्टम में अधिकतर चीजें ऐसी है जो बच्चों को सिर्फ रटाई जाती हैं जबकि मेरा मानना है की ,आज हमारे पास संसाधन हैं और हम उन्हे उस विषय को रटाकर नहीं समझाकर बताएं तो शायद वो कभी नही भूलेंगे ,इसके अलावा हमारा उद्देश्य बच्चों की स्किल्स को निखारना भी है क्योंकि जीने के लिए जीने की कला आना जरूरी है बहुत सारे ऐसे बच्चे हैं जो की गरीब परिवार से हैं उनके पास पढ़ाई के लिए पैसे नहीं हैं और वो पढ़ना चाहते हैं तो मैं ऐसे बच्चों को पढ़ाता हूं ,बच्चों को LED के जरिए पढ़ाते हैं और मोरल वैल्यूज भी दी जाती है अगर कोई भी बच्चों की मदद करना चाहता है या फिर किसी गरीब बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाना चाहता हो तो +916388023523 पर संपर्क कर सकता है