देश की एकता और अखंडता के लिए समर्पित रहे महाराणा प्रताप।
महाराणा प्रताप के विचारों के अनुसरण से सुदृढ होगा समाज व राष्ट्र ।
सर्व समाज ने पुण्य तिथि पर किया महाराणा प्रताप का भावपूर्ण स्मरण।
महाराणा प्रताप बहुद्देशीय भवन स्थापना हेतु 11 सदस्यीय योजना समिति गठित।
महाराणा प्रताप के विचारों के अनुसरण से सुदृढ होगा समाज व राष्ट्र ।
देश की एकता और अखंडता के लिए समर्पित रहे महाराणा प्रताप ।
महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट एवं क्षत्रिय महासभा बदायूं के तत्वावधान में महाराणा प्रताप की पुण्य तिथि के अवसर पर पुष्पों से सुसज्जित महाराणा प्रताप चौक पर महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट व क्षत्रिय महासभा बदायूं के पदाधिकारियों व गणमान्य नागरिकों, जन प्रतिनिधियों ने राष्ट्र नायक, जन जन की आस्था के केंद्र महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री व विधायक महेश चंद्र गुप्ता, जिला अध्यक्ष भाजपा राजीव कुमार गुप्ता, प्रतिष्ठित व्यवसाई व बदायूं विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राजेश कुमार सिंह, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष उमेश सिंह राठौड़, दिनेश कुमार सिंह ब्लाक प्रमुख पति, प्रतिष्ठित समाजसेवी रवि प्रताप सिंह, डॉ एस के सिंह, डॉ उमा सिंह गौर, बसपा नेता हेमेंद्र गौतम, आदि गणमान्य व्यक्तियों ने माल्यार्पण कर आस्था का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर नगर उझानी में सम्राट अनंगपाल तोमर एवम बदायूं बाईपास स्थित चौराहे पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान की विशाल प्रतिमा स्थापित करने, कछला का नाम भागीरथ नगर किए जाने, महाराणा प्रताप जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने के साथ ही क्षत्रिय महापुरुषों को भारत रत्न दिए जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी बदायूं के माध्यम से देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व गृह मंत्री एवं प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को मांगपत्र प्रेषित किए गए। महाराणा प्रताप बहुउद्देशीय भवन स्थापना हेतु 11 सदस्यीय योजना समिति का भी गठन किया गया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए पूर्व राज्य मंत्री व नगर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि महाराणा प्रताप एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे, महान योद्धा थे, शस्त्र और शास्त्र पर उनका समान अधिकार था। उन्होंने अपना सर्वस्व देश के लिए न्योछावर कर दिया। उनकी वीरगाथा की कहानियां भारत में ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में सुनाई जाती है।
क्षत्रिय महासभा बदायूं के संरक्षक ठा राजेश कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने सर्व समाज को लेकर देश की एकता और अखंडता के लिए जीवन भर कार्य किया। उन्हे किसी जाति और समाज की सीमा में नही बांधा जा सकता है। सौभाग्य से आज हमारे देश प्रदेश को महाराणा प्रताप की परम्परा पर कार्य करने वाला नेतृत्व मिला हुआ है। महा मानव की पुण्यतिथि पर हम सबको महाराणा प्रताप के बताये गये मार्ग पर चलने का संकल्प लिए जानें की आवश्यकता है।
महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमने उस भारत भूमि मेंं जन्म लिया जहां महाराणा प्रताप जैसे राष्ट्रभक्त पैदा हुए । महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापना के दस वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में उनकी जयंती नौ मई तक निबंध लेखन, पेंटिंग, कविता लेखन प्रतियोगिता के आयोजन किए जाएंगे, हर विकास खंड में एक महाराणा प्रताप ग्राम बनाए जानें की योजना बनाई गई है, हर घर में महाराणा प्रताप का चित्र स्थापित करने के अभियान को भी गति प्रदान की जाएगी।
क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप एक महान योद्धा तो थे ही वह एक आर्टिस्ट भी थे, कवि व लेखक भी थे। प्रकृति प्रेमी होने के कारण जंगल में रहना स्वीकार किया, वह शाकाहारी थे। समाज के हर वर्ग भील, वनवासी, आदिवासी को आदर की दृष्टि से देखते थे। उनकी देशभक्ति से प्रेरित होकर ही उनके चरणों में भामाशाह ने अपना सर्वस्व समर्पण कर दिया। महाराणा प्रताप को चित्तौड़ अथवा मेवाड़ तक ही सीमित नहीं किया जा सकता वे भारत माता के सच्चे सपूत थे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से गोपाली सिंह, विजय पाल सिंह भदौरिया , विजय रत्न सिंह, सतेंद्र सिंह चौहान, गिरीश पाल सिंह सिसौदिया, रतन वीर सिंह तोमर, विपिन कुमार सिंह, सौरभ धर्मेंद्र प्रधान , महीपाल सिंह तोमर, राकेश सिंह, अखिलेश चौहान, सुरेश सिंह सिसौदिया, राम प्रताप सिंह, आर्येंद्र पाल सिंह, सतेंद्र सिंह चौहान , अवनीश सोलंकी, मनोज कुमार सिंह, अभिषेक पुंडीर, सौरभ सिंह, अमित चौहान, करूण सोलंकी, सरिता चौहान, कुसुम सिसौदिया, डॉ प्रदीप सिंह चंदेल, अशोक कुमार सिंह, रंजीत सिंह, ज्ञान सिंह पुंडीर, गौरव तोमर, आलोक चौहान , विनीत पांडेय, धमेंद्र सिंह, सोमवीर सिंह, सुरेश सिंह, अरविंद सिंह, पिंटू सिंह, वेद प्रकाश सिंह , कृष्ण पाल सिंह, राजीव कुमार सिंह , राजकुमार सिंह, मनोज एडवोकेट , सत्यवीर सिंह चौहान, जितेंद्र एडवोकेट सहित क्षत्रिय युवा सभा, क्षत्रिय महिला सभा, क्षत्रिय सैनिक सभा, क्षत्रिय अधिवक्ता सभा, क्षत्रिय दिव्यांग सभा, क्षत्रिय शिक्षक सभा, क्षत्रिय व्यापार सभा के पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।