November 22, 2024

देश के भविष्य के निर्माता होते हैं शिक्षक – हरि प्रताप सिंह राठौड़ ।

26 राज्यों के 151 शिक्षक और 51 समाजसेवी सम्मानित।

दशम पुण्यतिथि के अवसर पर स्व संतपाल सिंह राठौड़ का भावपूर्ण स्मरण ।

नवीगंज स्थित समाधि स्थल पर संतपाल सिंह राठौड़ के परिजनों ने वृक्षारोपण व पुष्पर्चन कर दी श्रद्धांजलि।

जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के प्रेरणा पुंज आदर्श शिक्षक स्व संतपाल सिंह राठौड़ की दशम पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पैतृक गांव नवीगंज में स्थित परिजनों व ग्राम वासियों द्वारा समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई साथ ही उनकी स्मृति में देश भर में उनके अनुयायियों द्वारा, संगठन के कार्यकर्ताओं, सहयोगियों, पदाधिकारियों व देश भर के उत्क्रष्ट शिक्षकों द्वारा वृक्षारोपण कर उनके संरक्षण का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम विकसित भारत को समर्पित रहा। जनपद के एक सौ दो वर्षीय शिक्षक सी पी सक्सेना ने फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर गत वर्षों की भांति सम्मान समारोह का आयोजन प्रभाशंकर मेमोरियल स्काउट भवन बदायूं मे प्रख्यात शिक्षाविद राम बहादुर पाण्डेय की अध्यक्षता में किया गया। सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में नगर विधायक व पूर्व मंत्री महेश चंद्र गुप्ता उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध लेखिका डॉ ममता नौगरिया, डॉ उमा सिंह गौर उपस्थित रही।

समारोह में 51 महानुभावों को विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य के लिए भारतीय हिंदी सेवी सम्मान, नारी शक्ति सम्मान, प्रकृति प्रहरी सम्मान , सामाजिक कार्यकर्ता सम्मान एवं भारत के छब्बीस राज्यों के 151 उत्क्रष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

सर्वप्रथम अतिथिगण व उपस्थित शिक्षकों द्वारा पौधरोपण किया गया तत्पश्चात स्व संतपाल सिंह राठौड़ के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम का फेसबुक व यूटयूब पर सीधा प्रसारण किया गया।

मुख्य अतिथि के रुप में विचार व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री व नगर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि उत्क्रष्ट शिक्षकों के सम्मान का आयोजन एक सराहनीय पहल है। इस आयोजन से जुड़े संगठन के समस्त पदाधिकारी प्रशंसा के पात्र हैं। संत पाल सिंह राठौड़ स्मृति राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2024 प्राप्त करने वाले सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं।

आशा है कि सभी सम्मान प्राप्त करने वाले शिक्षक भारत को विकसित बनाने हेतु निरंतर नवीन ऊर्जा के साथ कार्य करते रहेगें। शिक्षक, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता भारत को विश्व गुरु बनाने में सहायक होगे। देश को संतपाल सिंह राठोड़ जैसे महान शिक्षकों की जरूरत है।

कार्यक्रम आयोजक हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट ने संस्था के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि देश और समाज में सर्वाधिक आदर और सम्मान का पात्र शिक्षक होता है। शिक्षक को इस देश में राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ है, वहीं पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे कलाम ने कार्यकाल पूरा करने के पश्चात शिक्षक की भूमिका में आना अपना सौभाग्य समझा। शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। उत्क्रष्ट शिक्षकों के सम्मानित होने से निश्चित रूप से युवा शिक्षक प्रेरणा प्राप्त करेगे। संस्कारी नागरिकों का निर्माण कर भारत को विकसित बनाने में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है।

अध्यक्षीय उद्बोधन में राम बहादुर पांडेय ने कहा कि संत पाल सिंह राठौड़ एक आदर्श शिक्षक रहे हैं, उनकी स्मृति में आयोजित होने वाला यह समारोह प्रतिष्ठा प्राप्त करने के साथ ही वृहद स्वरूप ले चुका है। आज जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के तत्वावधान में देश और दुनिया के 151 चयनित शिक्षकों को संत पाल सिंह राठौड़ स्मृति उत्क्रष्ट शिक्षक सम्मान 2024 प्रदान किया गया है। ऐसे आयोजन सामाजिक परिवर्तन मे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संरक्षक एमएल गुप्ता, धनपाल सिंह बाबा जी मार्ग दर्शक डॉ० एसके सिंह, केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखलेश सिंह चौहान, प्रदेश समन्वयक सत्येन्द्र सिंह गहलोत,अखिलेश्वर प्रताप सिंह, हरीश प्रकाश सिंह, भवेश प्रताप सिंह, वेदपाल सिंह कठेरिया, महेश चन्द्र, ,रामलखन, विपिन कुमार सिंह एडवोकेट, विनोद गुप्ता सोमवीर यादव, प्रदीप सिंह, ज्ञानदीप शर्मा, ज्योति शर्मा,फरहत कादरी,श्रीराम, नवीन कुमार बघेल,सुनील कुमार जोशी, डॉ० रामचन्द्र स्वामी,प्रभाकर सक्सेना, प्रमोद कुमार क्षत्रिय, विनोद कुमार, विपिन कुमार शुक्ला,दुर्ग मांगे, सुनील कुमार प्रजापति,अनवर खान,रेखा शर्मा,राज लक्ष्मी वर्मा, कन्हैयालाल ठाकुर, मनोज कुमार गुप्ता,नारायण गर्ग, भावना शेखावत, अचिन्त कुमार, रेनू कुमारी,सुनीता यादव, महेश कुमार शर्मा,प्रेमसखी कुमारी, निधि कुमारी, दीपा सिंह, आशीष कुमार,संजय असवाल,सुषमा कुमारी,आशा देवी,दीपा टाक, डॉ० अलका गुप्ता प्रियदर्शनी, जूली कुमारी, महेन्द्र जगन्नाथ खंगार, करमवीर सिंह, जगदीश कुमार, अनिल कुमार त्रिपाठी,शोभाकुमारी, अनुज कुमार, देवी शरण राठोड़, सुरेन्द्र कुमार शर्मा, नूरूल होडा, स्वर्ण रेखा मिश्रा, अरविन्द कुमार सिंह, भूपेन्द्र सिंह, रानी शशि दिवाकर, प्रीति शर्मा,पूजा बोस, मनीश कुमार, नीलम रानी, दिव्या अग्रवाल, भुवनेश कुमारी, मुग्गा बंसल, ज्योति कुमारी, मनीषा त्यागी,स्मिता गुप्ता, प्रतिभा रानी, पूजा सिंह, डॉ० सुमन अग्रवाल, डॉ० शुचि शर्मा, शैली शर्मा,प्रतिलता,राजू सक्सेना, रुचि गुप्ता, अनीता गुप्ता,सुनीता वर्मा,ज्योति दीक्षित,कंचन सक्सेना, अरुण कुमार,विभोर अग्रवाल,अनिल कुमार, संदीप कुमार शर्मा,सविता चौहान, शैलजा,मीनाक्षी चौधरी,सरलेश, निर्देश कुमार, रेहाना परवीन, पूजा चतुर्वेदी सहित देश के छब्बीस राज्यों के शिक्षकों और समाजसेवियों की सहभागिता रही।

कार्यक्रम में देश भर से बड़ी संख्या में फ़ेसबुक और यूटयूब के माध्यम से उत्क्रष्ट शिक्षकों के साथ ही अन्य लोग जुड़े।

प्रदेश समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलौत ने आभार व्यक्त किया। संचालन सोहराब खान ने किया।

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