जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान मे अध्यक्ष/ संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी बदायूं को पत्र सौंपकर निलंबित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय की गिरफ्तारी की मांग की।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के अध्यक्ष/संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट ने कहा कि निलंबित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय ने सरकारी चिकित्सा तन्त्र को दुर्बल बनाने तथा निजी चिकित्सा तन्त्र को संरक्षण देने का कार्य किया, परिणाम स्वरूप जनपद में चिकित्सा माफियाओं ने जन्म लिया।
अप्रिय घटना घटित होने पर पता चलता है कि अस्पताल मानक के विरुद्ध संचालित था। मृत महिला की आंखे गायब होना जनपद के लिए शर्मनाक है, ऐसी घटनाओं के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी उत्तरदाई है। इस प्रकरण में पंजीकृत अभियाेग में डॉ प्रदीप वार्ष्णेय को भी अभियुक्त बनाया जाए तथा शीघ्र गिरफ्तारी हो।
प्रतिनिधि मण्डल में मार्गदर्शक धनपाल सिंह, संरक्षक एम एल गुप्ता, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, राजेश गुप्ता, ज्योति शर्मा, ज्ञानदीप शर्मा, नेत्रपाल सिंह आदि की सहभागिता रही।