विधि दिवस के अवसर जिला मुख्यालय पर किया सत्याग्रह।
रिश्वत खोरों, कमीशन खोरों और मिलावट खोरों को घोषित किया जाए राष्ट्रद्रोही।
भारतीय भाषाओं में बने भारतीय कानून।
संविधान से हटाए जाएं विदेशी प्रावधान।
विधि दिवस के अवसर पर जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान में जिला मुख्यालय बदायूं पर सत्याग्रह का आयोजन संरक्षक एम एल गुप्ता की अध्यक्षता में किया गया।
सर्वप्रथम भ्रष्ट तत्वों को सद्बुद्धि प्रदान राष्ट्र राग “रघुपति राघव राजाराम…..”” का कीर्तन मंडल समन्वयक एम एच कादरी द्वारा कराया गया। भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया गया तथा सभी को भारतीय संविधान पड़ने का संकल्प दिलाया गया। ध्येय गीत ” जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो ” का सामूहिक गायन हुआ।
महाराणा प्रताप चौक पर कार्यकर्ताओ द्वारा संगठन के पत्रक का नागरिकों में वितरण किया गया। तदांतर विधि व्यवसाय में 70 बर्ष पूर्ण कर चुके जनपद के वरिष्ठतम अधिवक्ता, गुजरात के मुख्य सचिव देश के वरिष्ठ नौकरशाह आई ए एस राजकुमार के पिता 92 वर्षीय प्रेम स्वरूप वैश्य एडवोकेट को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए व्यवस्था सुधार मिशन के जनक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि आज के दिन ही संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकार किया। आज देश के प्रसिद्ध विधिवेत्ता एवम संविधान निर्माण समिति के वरिष्ठ सदस्य सर हरि सिंह गौर की जयंती भी है।
प्रख्यात विधिवेत्ता डॉ लक्ष्मीमल्ल सिंघवी के प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट बार एसोसियेशन के द्वारा 26 नवंबर को विधि दिवस के रूप में मनाए जाने की परंपरा का सूत्रपात हुआ, बर्ष 2015 से भारत सरकार द्वारा इस दिवस को संविधान दिवस के रूप में मनाया जानें लगा है। हमारा संविधान दुनिया का विशाल संविधान है, जो नागरिकों को प्रधानता प्रदान करता है। इसी संविधान ने नागरिकों को सूचना का अधिकार प्रदान किया है। सूचना के अधिकार के लोकहित में प्रयोग से व्यवस्था सुधार मिशन को गति मिलेगी।
श्री राठोड़ ने कहा कि देश में गुलामी काल के कानून बदलकर भारतीय कानून बनाए जा रहे हैं। संविधान के अनुच्छेद 343 मे हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है साथ ही संविधान लागू होने से 15 बर्ष के लिए अंग्रेजी भाषा के प्रयोग की व्यवस्था की गई। 15 बर्ष पूर्ण होने के पश्चात आज भी अंग्रेजी भाषा का प्रयोग हो रहा है। दुर्भाग्य का विषय है प्रस्तावित भारतीय कानून भारतीय भाषा में नही बनाए जा रहे हैं। संगठन द्वारा देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति , प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र प्रेषित कर भारतीय कानून भारतीय भाषा में बनाए जानें की मांग की जायेगी।
केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल ने कहा कि रिश्वतखोरी, कमीशन खोरी एवम मिलावट खोरी मे जिम्मेदारों के संरक्षण में वृद्धि हो रही है। संविधान में संशोधन कर रिश्वत खोरों, कमीशन खोरों और मिलावट खोरों को राष्ट्र द्रोही घोषित किए जाने की जरूरत है। बारह वर्ष से निरंतर व्यवस्था सुधार मिशन संचालित है, संविधान द्वारा प्रदत्त व्यवस्था के अनुसरण से नागरिक निष्क्रिय व्यवस्था को सक्रियता दिलाने में लगे हुए हैं।
संगठन के कार्यक्रमों से प्रेरित होकर नागरिक निर्भीकता से सूचना के अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। कुछ तत्व सूचना कानून को निष्क्रिय करने में लगे हैं, लोकोपयोगी कानूनों को निष्प्राण कर रहे हैं, ऐसे तत्वों को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु संगठन निरंतर राष्ट्रपिता के बताए हुए मार्ग पर चलकर प्रयासरत है। सूचना कार्यकर्ता माह में चार सूचनाएं मांगने, लोकहित के विषयों पर चार शिकायते करने का लक्ष्य पूरा करते रहें। जागरूक नागरिक अपने मोबाईल में उपयोगी पोर्टल और एप अवश्य डाउनलोड कर ले।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से मार्गदर्शक धनपाल सिंह, मंडल समन्वयक एम एच कादरी, जिला समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलौत, प्यारेलाल, सुशील कुमार सिंह, तहसील समन्वयक सहसवान आर्येंद्रपाल सिंह, ब्लॉक समन्वयक कादरचौक विनोद गुप्ता, नेत्रपाल, दीपक कुमार माथुर, भुवनेश कुमार,ज्ञानदीप शर्मा,ज्योति शर्मा,आदि आदि उपस्थित रहे।