आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय,बदायूं में स्थापित जिला रोज़गार सृजन केन्द्र एवम कैरियर काउंसलिंग व रोज़गार प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में स्वावलंबी भारत अभियान के अन्तर्गत विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने छात्र छात्राओं को सफल उद्यमी बनने के लिये प्रेरित किया। स्वावलंबी भारत के लिए नवाचार व स्टार्टअप के सफल क्रियान्वयन हेतु आयोजित इस कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि के रूप में राजकीय महाविद्यालय सहसवान की हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि उद्यमिता तब होती है जब एक व्यक्ति अपने नए नए विचारों के द्वारा नए उत्पाद या सेवा के साथ मौजूदा बाजार में स्थापित होने का पुरजोर प्रयास करता है। जिला रोज़गार सृजन केन्द्र के संयोजक डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि युवा जब दीर्घकालिक लक्ष्य को निर्धारित कर नया स्टार्टअप शुरू करता है तो असीमित सफलता मिलने की प्रबल संभावना होती है।
वाणिज्य शास्त्र के प्रभारी डॉ पवन शर्मा ने कहा कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण बहुत बड़ा होता है, उच्च लाभ की तलाश करना और नए नए विचार के साथ बाजार में हिस्सेदारी करना आवश्यक है। डॉ सतीश सिंह यादव ने युवाओं को नौकरी के मोहपाश से निकल कर नौकरी देने वाला उद्यमी बनने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ श्रद्धा गुप्ता ने तथा संचालन कैरियर काउंसलिंग एवम रोज़गार प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ संजीव राठौर ने किया। डॉ प्रेमचंद चौधरी ने आभार व्यक्त किया।
गोष्ठी को संघटक राजकीय महाविद्यालय सहसवान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सूर्य प्रताप गौतम, डॉ शुभ्रा शुक्ला, डॉ नीति सक्सेना, डॉ रजनी गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर डॉ अंशु सत्यार्थी, डॉ अनिल कुमार, डॉ ज्योति बिश्नोई, डॉ संजय कुमार, डॉ सरिता यादव, डॉ सचिन राघव, डॉ गौरव कुमार सिंह, डॉ हुकुम सिंह, डॉ मिथिलेश कुमार, डॉ दिलीप वर्मा, संजीव शाक्य, प्रमोद शर्मा आदि उपस्थित थे।