*जब सुनाई हमको हवाओं ने ग़ज़ल *
*लगा इससे बेहतर कोई तराना नहीं!*
*नूतन अग्रवाल*
*आज आगरा क्लब में उत्तर प्रदेश लेखिका मंच की बैठक आयोजित की गई।*
कार्यक्रम का विषय *बैसाखी* था।
सभी सदस्यों ने बैसाखी पर आधारित अपनी रचनाएँ सुनाई।
नूतन ने पृथ्वी दिवस पर आधारित अपनी रचना
*जब सुनाई हमको हवाओं ने ग़ज़ल *
*लगा इससे बेहतर कोई तराना नहीं!* तथा
स्वरचित कविता हींग की ख़ुशबू सुनाई
गीता ने पंज प्यारे का इतिहास बताया
अध्यक्ष प्रीति आनंद ने जलियाँवाला बाग नरसंघार पर आधारित लघु कथा *माँ की व्यथा* सुनाई
रानी परिहार ने लेह लदाख की अपनी यात्रा का वृतांत सुनाया
कोषाध्यक्ष *शशि मल्होत्रा* ने धरती दिवस पर रचना प्रस्तुत की
दलजीत, मानसी व ज्योति ने भी बेहतरीन प्रस्तुति दी।
ज्योत्सना ने बैसाखी का गीत प्रस्तुत किया
सुजाता ने स्वरचित बैसाखी गीत प्रस्तुत किया।
रेणु राजवीर ने ब्रज क्षेत्र में बैसाखी की महत्ता बताई
अंत में गिद्दा नृत्य का भी आनंद लिया सदस्यों ने।
कार्यक्रम में नूतन अग्रवाल ज्योति, प्रीति आनंद, रानी परिहार, शशि मल्होत्रा, रजनी सिंह, दलजीत ग्रेवाल, ज्योत्सना सिंह, ममता गुप्ता, ज्योति शर्मा, डिम्पल सिसोदिया, सुजाता सिंह, करुणा सिंह, गीता शर्मा, रेणु राजवीर, मानसी खन्ना आदि उपस्थित रहे।