सामाजिक कार्यकर्ता के विरुद्ध मानहानि जनक कथन किए जाने पर जिलाधिकारी से मिला शिष्ट मंडल।
राजा जैसा आचरण कर रहे हैं कुछ लोक सेवक ।
खंड विकास अधिकारी सहसवान द्वारा जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के जिला समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलौत के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने के प्रकरण में एक शिष्ट मंडल अध्यक्ष/ संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट के नेतृत्व में जिलाधिकारी बदायूं से मिला तथा विकासखंड सहसवान में दुर्बल हो रही पंचायत राज व्यवस्था के संबंध में जिलाधिकारी को अवगत कराया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि सूचना/ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लोक कल्याण के उद्देश्य से सूचना के अधिकार का प्रयोग करके व्यवस्था सुधार हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
इस कारण दायित्वों के निर्वहन मे शिथिल कुछ अधिकारी उनसे विद्वेष मानने लगे हैं। खंड विकास अधिकारी सहसवान के कार्यालय में आर टी आई रजिस्टर नहीं है, नागरिकों को समयबद्ध सरकारी सेवा प्रदान करने के लिए जनहित गारंटी कानून में निर्धारित रजिस्टर भी नही है।
ग्राम पंचायतों की नियमित बैठके नही होती है, समितियां कागजों तक ही सीमित है, परिवार रजिस्टर, जन्म मृत्यु विवाह पंजीकरण रजिस्टर, विकास कार्यों का रजिस्टर, कार्यवाही रजिस्टर सहित पंचायत राज नियमावली के नियम 63 मे निर्धारित अभिलेख नही है।
जिस कारण नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। खंड विकास अधिकारी सहसवान जनता से मिलने के समय में कार्यालय में उपलब्ध नहीं रहती हैं। नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रति उनका व्यवहार लोक सेवक की तरह नहीं है बल्कि वह राजा जैसा आचरण कर रही है।
इस अवसर पर जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के मार्गदर्शक एम एल गुप्ता, डॉ० शैलेंद्र कुमार सिंह, एच एन सिंह, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी राम गोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखिलेश सिंह, जिला समन्वयक सत्येन्द्र सिंह गहलोत, समीरउद्गीन एडवोकेट, तहसील समन्वयक आर्येन्द्रपाल सिंह, प्यारे लाल , प्रमोद कुमार, नेत्रपाल सिंह, टीकम सिंह, संजीव, नरेश आदि उपस्थित रहे।