विश्व एड्स दिवस पर गिंदो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना एवं जिला अस्पताल के संयुक्त तत्वाधान में एड्स दिवस का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डॉक्टर गार्गी बुलबुल के निर्देशन में हुआ ।सर्वप्रथम एड्स जागरूकता अभियान के अंतर्गत हस्ताक्षर अभियान स्वयंसेविकाओं , शिक्षिकाओं एवं जिला अस्पताल की ओर से पूर्ण किया गया ,तत्पश्चात जिला अस्पताल के पीपीटीसी श्रीमती सुषमा जी ने छात्राओं को एक एड्स से होने वाली बीमारियों की जानकारी दी तथा इलाज के बारे में बताया,तत्पश्चात डीटीओ डॉ विनेश जी ने बताया कि एड्स एक गंभीर बीमारी अवश्य है परंतु बचाव ही इसका महत्वपूर्ण उपाय है।इस साल वल्ड एड्स डे 2022 की थीम समानता रखी गई है।
एड्स से पीड़ित लोगों को समाज में भेदभाव का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थितियों में, इस साल पीड़ितों के साथ भेदभाव समाप्त करने और उन्हें सम्मान देने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। प्राचार्या महोदया ने बताया कि एड्स जैसी बीमारी से निपटने के लिए स्वयं की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है एवं किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या जैसे थकावट, भूख ना लगना, वजन कम होना आदि समस्या होने पर डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। एड्स से प्रभावित व्यक्ति से किसी भी प्रकार का भेदभाव ना करें ।इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर इति अधिकारी ने बताया कि एचआईवी संक्रमण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है।एचआईवी संक्रमण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को टारगेट करके शरीर को कमजोर करता है। इम्यूनिटी कमजोर होने से वक्त के साथ लोगों में अन्य गंभीर प्रकार के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनीता सिंह ने बताया एचआईवी संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति में वायरस की चपेट में आने के दो से चार हफ्ते के भीतर ही लक्षण नजर आने लगते हैं।
प्रारंभिक स्थिति में संक्रमित को बुखार, सिरदर्द, दाने या गले में खराश सहित इन्फ्लूएंजा जैसी समस्याओं का अनुभव हो सकता है। संक्रमण बढ़ने के बाद अन्य गंभीर लक्षण दिखने लगते हैं।जिला अस्पताल की ओर से पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । पहला स्थान बीए सेकंड सेमेस्टर अंबिका देवी, द्वितीय स्थान स्वाति,तृतीय स्थान प्रियंका ने प्राप्त किया।इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की सभी शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।