सूचना कार्यकर्ता प्रशिक्षण व विधिक सहायता शिविर आयोजित।
राष्ट्रीय सूचना अधिकार दिवस पर आयोजित होगा पंचम प्रांतीय सूचना कार्यकर्ता सम्मेलन।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में माह के द्वितीय व चतुर्थ शनिवार को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला में केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल के संयोजन में 185 वें सूचना कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शिवपुरम बदायूं स्थित मुख्यालय पर किया गया साथ ही उपभोक्ताओं, महिलाओं, श्रमिकों, पूर्व सैनिकों, शिक्षकों की सहायतार्थ विधिक सहायता शिविर भी आयोजित किया गया । सर्वप्रथम राष्ट्र राग “” रघुपति राघव राजाराम …….”” का कीर्तन किया गया तदांतर ध्येय गीत “”जीवन में कुछ करना है तो ………”” एम एल गुप्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया।
प्रशिक्षण शिविर में भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक व व्यवस्था सुधार मिशन के जनक हरि प्रताप सिंह राठोड एडवोकेट द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 एवम् उत्तर प्रदेश सूचना का अधिकार नियमावली 2015 के प्रावधानों से परिचित कराते हुए सूचना मांगें जानें, प्रथम अपील और द्वितीय अपील किए जाने से संबंधित प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही सूचना के अधिकार के लोकहित में प्रयोग के तरीक़े भी बताए गए। आज के सत्र में सुचना कार्यकर्ताओं की व्यावहारिक कठिनाईयो का निवारण किया गया। साथ ही माह में दो बार आयोजित होने वाले विधिक सहायता शिविर से ज्यादा से ज्यादा नागरिक लाभान्वित हो सकें, इसके लिए प्रचार प्रसार की योजना बनाई गई।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के संस्थापक/ अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि राष्ट्रीय सूचना अधिकार दिवस के अवसर पर 12 अक्टूबर 2022 को जिला मुख्यालय पर पंचम प्रांतीय सूचना कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह सम्मेलन संगठन के संरक्षक स्व डाल भगवान सिंह को समर्पित रहेगा। सम्मेलन में वर्ष में पचास सुचनाएं मांगने वाले सूचना कार्यकर्ताओ को “”उत्तर प्रदेश सूचना कार्यकर्ता महासम्मान 2022″” से सम्मानित किया जाएगा।
श्री राठोड़ ने कहा कि नागरीको को सूचना कानून, जनहित गारंटी कानून, उपभोक्ता कानून के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण कानूनों के उपयोगी प्रावधानों से परिचित होना आवश्यक है। समस्यायों के समाधान के लिए एक वृहद तन्त्र बनाया गया है , फिर भी नागरिक समस्या ग्रस्त हैं, नौकरशाही ने शिकायत निवारण तंत्र को पूरी तरह विफल कर दिया है, सिर्फ शिकायतो का निस्तारण किया जा रहा है , समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। नौकरशाही बाबुओं पर आश्रित हो गई है, जिला स्तरीय अधिकारी के कार्यालय में तहसील स्तरीय अधिकारी समस्याएं सुनते हैं इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा। उप मुख्यमंत्री के द्वारा गलत तिथि वाले शिलापट
का अनावरण नौकरशाही का दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मार्गदर्शक धनपाल सिंह, संरक्षक एम एल गुप्ता, सुरेश पाल सिंह, मोहन स्वरुप मौर्य, प्रदेश समन्वयक डा सुशील कुमार सिंह, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखिलेश सिंह, जिला समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलौत, सह जिला समन्वयक महेश चंद्र, तहसील समन्वयक सहसवान आर्येंद्र पाल सिंह, तहसील समन्वयक बदायूं राम लखन, तहसील समन्वयक दातागंज वीरपाल, समीर उद्दीन एडवोकेट, अजयपाल, ओमकार , देवेश पुरी, पिंटू सिंह आदि की सहभागिता रही।