December 3, 2024

तहसील स्तरीय बैठक में बनी कार्य योजना ।

लोकसेवक नहीं बल्कि राजा जैसा आचरण कर रहे हैं अफसर और जनप्रतिनिधि ।

जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान में बदायूं व बिल्सी तहसील के सूचना/ सामाजिक कार्यकर्ताओं की संयुक्त बैठक का आयोजन नगर उझानी में डॉ जे पी सिंह सोलंकी के प्रतिष्ठान पर मार्गदर्शक धनपाल सिंह की अध्यक्षता में किया गया।

सर्वप्रथम राष्ट्र राग “” रघुपति राघव राजाराम …….”” का सामूहिक कीर्तन किया गया तदांतर ध्येय गीत “”जीवन में कुछ करना है तो ……..”” एम एल गुप्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के संस्थापक/ अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड एडवोकेट ने कहा कि नागरिक इस देश के वास्तविक स्वामी हैं। उन्हें व्यवस्था का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक हैं। ऐसे कार्यक्रमों से नागरिकों को दायित्व बोध कराकर उनमें निगरानी की प्रवृत्ति विकसित करने हेतु निरंतर प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हे सुचना का अधिकार, जनहित गारंटी कानून, पंचायत राज वयवस्था के साथ ही जनोपयोगी एप और पोर्टल व हेल्पलाइन के प्रयोग के प्रति जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है। नागरिकों के अज्ञान का लाभ उठाकर ही लोकसेवक/ राजकीय सेवक राजा जैसा आचरण कर रहे हैं।

सभी प्रशिक्षित होकर अधिक से अधिक संख्या में नागरिकों को भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़े ताकि व्यवस्था परिवर्तन हो सके। प्रशिक्षित नागरिक ही व्यवस्था सुधार मिशन का हिस्सा बन सकेंगे। अधिकारीगण नागरिकों से संवाद नहीं करना चाहते हैं, सी यू जी नम्बर पर नागरिकों से बात नहीं करते, बड़े अधिकारी जनता से मिलने हेतु अपने अधीनस्थ को कार्यालय में बैठा देते हैं। सूचना कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि वे सूचना के अधिकार का प्रयोग करके निष्क्रिय होती जा रही व्यवस्था को सक्रिय बनाने का कार्य करें।

श्री राठोड़ ने कहा कि सूचना के अधिकार के प्रयोग से हमें रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी, डग्गामारी व मिलावटखोरी के समूल विनाश के लिए कार्य करना है। सूचना के अधिकार सहित अन्य लोक उपयोगी व्यवस्थाओं को नौकरशाही निष्प्रभावी बनाने में लगी है, सूचना के अधिकार को क्रियाशील बनाए जाने , वरिष्ठ नागरिकों, उपभोक्ताओं व श्रमिकों के हित में अभियान को गतिशील बनाया जायेगा। जनपद में भ्रमण के दौरान मंत्रीगण अफसरों और अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से मिलकर चले जाते हैं, जबकि नागरिकों से संवाद नहीं करना चाहते हैं, उनके सरकारी कार्यक्रम में नागरिकों से संवाद का कार्यक्रम ही नहीं होता है जबकि वे अफसरों और पार्टी पदाधिकारियों के ही मंत्री नही है बल्कि शासन में मंत्री हैं और उनके मंत्री के रुप में नागरिकों के प्रति दायित्व कहीं अधिक है।

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल द्वारा नागरिकों से संवाद हेतु मंत्रीगण को प्रेरित भी किया गया था किंतु उसका प्रभाव दिखाई नहीं दे रहा है। इस संबंध में राज्यपाल व मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर मांग की जाएगी कि जनपद भ्रमण के दौरान मंत्रीगण नागरिकों और नागरिक संगठनों से भी भेट करें।


प्रशिक्षण शिविर में प्रमुख रूप से मार्गदर्शक धनपाल सिंह, संरक्षक एम एल गुप्ता, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखिलेश सिंह, प्रदेश समन्वयक डॉ सुशील कुमार सिंह, जिला समन्वयक सतेंद्र सिंह गहलौत, सह जिला समन्वयक महेश चंद्र, तहसील समन्वयक बदायूं रामलखन, तहसील समन्वयक सहसवान आर्येंद्र पाल सिंह, प्रमोद कुमार, वीरेन्द्र सिंह तोमर, चन्द्रप्रकाश, सुभाष पुरी, श्री राम, रवेंद्र सिंह, ओमकार, जुगेन्द्र नेत्रपाल, सेठ सिंह, खुशीराम, सुनील, सिपट्टर, अनिल प्रताप, रोहिताश पुरी, ऋषभ, कृष्णगोपाल, टीकम सिंह, ब्रज मोहन आदि सूचना कार्यकर्ताओ की सहभागिता रही।

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कार्यक्रम का संचालन तहसील समन्वयक बदायू राम लखन ने किया । सह तहसील समन्वयक वीरेंद्र सिंह तोमर ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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