आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 76 वे स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर आज संविलियन विद्यालय मलंगपुरवा, ब्लॉक-बलहा,जिला बहराइच के शिक्षक अरुण कुमार ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय बंजारन टांड़ा में बच्चों संग प्रभातफेरी निकाली ध्वजारोहण किया,तथा आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले अनगिनत प्रसिद्ध व गुमनाम क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानियों के साथ साथ आज के दिन जन्मे/बलिदान हुए गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की । शिक्षक अरुण कुमार द्वारा ब्लैकबोर्ड पर इनका चित्रण किया गया। अरुण कुमार संग आंगनवाड़ी कार्यकत्री व सहायिका रसोइयों
एवं विद्यार्थियों ने महापुरुषों को नमन किया तथा पुष्प अर्पित किये। शिक्षक अरुण कुमार ने बताया कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ था। इस आजादी के लिए अनगिनत लोगो ने बलिदान दिया था। प्रत्येक भारतवासी उन सब के कर्जदार है , ये कर्ज चुकाया नही जा सकता है हम भारतवासी उन बलिदानियो का गुणगान करके,उनको नमन करके कर्ज चुकाने का प्रयास कर सकते है,ये प्रयास केवल तीन राष्ट्रीय पर्वो पर नही बल्कि नित्य करना चाहिए।
अरुण कुमार ने कहा
वीर सपूतों की गाथा,सारा भारत ही गाता है
देख के इनका जज्बा,दुश्मन भी थर-थर थर्राता है
*इन्होंने दिया देश को जीवन, देश इन्हें क्या देगा
*अपनी आग तेज करने को, नाम इनका लेगा।। इसके बाद आज के दिन जन्मे स्वतंत्रता सेनानी कप्तान रामसिंह ठाकुर जिनको राष्ट्रगान के वर्तमान संगीत मय धुन बनाने का श्रेय दिया जाता है।अरविंद घोष जो स्वतंत्रता सेनानी के साथ साथ एक दार्शनिक व योगी थे ।इन्होंने हजारों युवाओं को क्रांति की दीक्षा दी थी, तेलंगाना भगत सिंह के नाम से प्रसिद्ध अन्नाभेरी प्रभाकरराव व संगोली रायण्णा जो कर्नाटक के स्वतन्त्रता सेनानी एवं योद्धा थे ,तथा उनके बारे में बताया।इसके बाद आज के दिन बलिदान हुए , प्रसिद्ध क्रांतिकारी भगतसिंह के चाचा सरदार अजीत सिंह जो भारत के विभाजन से इतने व्यथित थे कि 15 अगस्त 1947 के सुबह 4 बजे उठकर अपने पूरे परिवार को
जगाया,और जय हिन्द कह कर दुनिया से विदा ले ली तथा बेवर नगर के तीन आज़ादी के मतवाले सीतारामगुप्त ,विद्यार्थी कृष्णकुमार जमुनाप्रसाद त्रिपाठी जी के जीवन के बारे सभी बच्चों को जानकारी दी।बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम किये,देशभक्ति गीत गाये,व देशभक्ति से ओतप्रोत नारे लगाये। स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के
समापन पर बच्चों व ग्रामवासियों को मिठाई वितरित की गयी।