‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तृतीय दिवस प्राचार्या वंदना शर्मा ने राष्ट्र ध्वज फहरा कर किया आगाज़ शहीदों के नाम पर किया पुस्तकालय एवं छात्रावास का नामकरण, पौधारोपण कर तिरंगे को घर-घर तक पहुंचाने और फहराने के लिए लोगों को किया प्रोत्साहित
आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूँ की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई० क्यू०ए० सी०) के तत्वावधान में “हर घर तिरंगा” अभियान के साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज तृतीय दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या वंदना शर्मा ने राष्ट्र ध्वज फहरा कर किया। कार्यक्रम संयोजिका व प्रभारी हर घर तिरंगा अभियान असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने तिरंगे को घर-घर तक पहुंचाने और फहराने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह अभियान हमारे राष्ट्रीय गौरव के जागरण और राष्ट्रीय स्वाभिमान के संवर्धन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
देश को स्वतंत्र कराने के लिए स्वत्रंता सेनानियों ने अपना सब कुछ देश के लिए कुर्बान कर दिया। जिसमें समाज के सभी वर्गों समुदाय और धर्मावलंबियों ने आपसी भेदभाव को बुलाकर आत्मोत्सर्ग के कीर्तिमान स्थापित किए। प्राचार्या प्रोफेसर वंदना शर्मा ने बताया “स्वाधीनता संघर्ष के प्रतीक ध्वज के संघर्ष की गाथा अत्यंत रोचक है। वर्ष 1904 में स्वामी विवेकानंद जी की शिष्या भगिनी निवेदिता द्वारा संकल्पित ध्वज और पिंगली वेंकैया द्वारा अभिकल्पित झंडे के बीच इसकी रूप- स्वरूप में कई परिवर्तन हुए। वर्ष 1947 में संविधान सभा द्वारा स्वीकृत राष्ट्रीय ध्वज “तिरंगा” हमारी आन – बान और शान का घोतक है। छात्राओं ने लोगों में तिरंगे झंडे वितरित किए।
महाविद्यालय की पुस्तकालय का नामकरण स्वामी विवेकानंद के नाम पर एवं छात्रावास का वीरांगना अवंतीबाई के नाम पर किया गया। अंत में तिरंगा मार्च निकालकर पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर कु शिवांगी, वैशाली, सलोनी, वैष्णवी, साक्षी, सीते, शिवांगी आदि की सक्रिय सहभागिता रही। समस्त महाविद्यालय परिवार डॉ निशी अवस्थी, डॉ उमा सिंह गौर, डॉ शुभी भाषीन, डॉ शिल्पी तोमर, डॉ शालू गुप्ता, डॉ अनीता सिंह, डॉ इति अधिकारी सहित समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
असिस्टेंट प्रोफेसर सरला चक्रवर्ती
कार्यक्रम प्रभारी हर घर तिरंगा
गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूँ