राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या पर अवसरवादी, ढोंगी और तथाकथित राजनीतिक दलों में चुप्पी की कड़ी निंदा की गई, भर्त्सना की गई।
बदायूँ नगर के सैयदबाड़ा मोहल्ले में स्थित शुभम् वशिष्ठ के निवास पर आयोजित हिंदू जागृति मंच की बैठक में भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण करने के पश्चात् अपनी बात रखते हुए मंच के जिलाध्यक्ष जगदीश सरन शर्मा ने कहा कि कन्हैया लाल के स्थान पर कोई दूसरा नाम होता जिससे धर्म विशेष की पहचान हो रही होती तो सभी ढोंगी धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों के नेता सहानुभूति दिखाते हुए अपनी धर्मनिरपेक्षता को सिद्ध कर रहे होते क्योंकि वोट बैंक ही उनकी पूंजी है। उन्हें किसी की हत्या या जिंदगी मौत से कोई लेना-देना नहीं। परंतु कन्हैया लाल की वीभत्स हत्या हुई।
जिला महामंत्री करुणेश कुमार सिंह ने कहा कि दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देकर पूरे देश को आग में झोंकने का असफल प्रयास किया है। ऐसे में धर्मनिरपेक्षता का ठेका लेने वाले राजनीतिक दल का नेता कन्हैया लाल के घर जाकर अपनी धर्मनिरपेक्षता को सिद्ध नहीं करना चाहता। ऐसे लोगों को जनता निरंतर सबक सिखा रही है और सदैव सिखाती रहेगी।
हिंदू जागृति महिला मंच की महामंत्री वीरबाला सिंह ने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से जिहादियों ने कन्हैया लाल की हत्या की है। किसी तीसरे व्यक्ति ने वीडियो बनाई है। कुछ लोगों ने उन्हें संरक्षण दिया है और अनगिनत लोग इस विचारधारा को पोषण करने, पल्लवित करने में अपने को झोंके हुए हैं।
महिला मंच की जिलाध्यक्ष सरिता चौहान ने आह्वान किया कि इस देश के एक भी अधिवक्ता को कन्हैया लाल के हत्यारों की पैरवी नहीं करनी चाहिए। जो भी उनके पक्ष में बात करेगा या बचाने के रास्ते सुझाएगा वह किसी भी रुप में राष्ट्रवादी या देशभक्त नहीं हो सकता। उन्होंने भारत सरकार से इस हत्याकांड की पूरी गुत्थी सुलझाने की और उच्च स्तरीय जांच करने की पुरजोर मांग की।
हिंदू जागृति मंच के जिला उपाध्यक्ष डॉ अरविन्द धवल ने कहा कि राजस्थान की प्रदेश सरकार से भरोसा आम जनता का उठ चुका है। भारत सरकार को सीधे हस्तक्षेप करते हुए इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर कन्हैयालाल के हत्या में लिप्त दरिंदो को फांसी तक पहुंचाया जाए।
वक्ताओं ने कन्हैया लाल के परिवार को सरकारी सुरक्षा देने, उनके परिवार के दो जनों को सरकारी नौकरी देने, हत्या में लिप्त जिहादियों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोग करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई करके दूध का दूध और पानी का पानी करने की मांग की। बैठक में 2 मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से प्रार्थना की गई कि कन्हैया लाल की आत्मा को चिर शांति प्राप्त हो उसके परिवार को इस बज्राघात और असहनीय दुख को सहन करने की सामर्थ प्राप्त हो। अंत में शांति पाठ के साथ बैठक संपन्न हुई। बैठक में आकांक्षा गौड़,सर्वेश शर्मा,विराट भदौरिया,भूराज सिंह,काव्या भदौरिया,आद्या,भव्या,विनोद रावत,यशोमोहन शर्मा,दिलप्रीत सिंह,अनमोल गुलाटी आदि सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जगदीश सरन शर्मा ने की तथा संचालन हिन्दू जागृति युवा मंच के जिलाध्यक्ष अजीत सुभाषित ने किया।