जिला मुख्यालय पर गूंजा रघुपति राघव राजाराम।
सूचना सामाजिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न के विरुद्ध सौंपा ज्ञापन।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार अभियान के सहयोगी व कार्यकर्ता प्रात: 10 बजे मालवीय आवास गृह पर एकत्र हुए तथा सूचना सामाजिक कार्यकर्ताओं से विद्वेष मानने वाले भ्रष्ट तत्वों को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु राष्ट्र राग “” रघुपति राघव राजाराम…… “” का कीर्तन किया एवम् एक घण्टे का मौन व्रत रखा ।
तत्पश्चात समस्त सूचना कार्यकर्ता संगठन के वेश में भारत माता की जय, वंदे मातरम्, इंकलाब जिंदाबाद -जिंदाबाद जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जिलाधिकारी की अनुपलब्धता में पञ्चायत राज व्यवस्था को सुदृढ बनाने एवम् सूचना/ सामाजिक कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न रोके जाने की मांग को लेकर नगर मजिस्ट्रेट बदायूं को राज्यपाल व मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र सौपे। सभी कार्यकर्ताओ ने मांगपत्र राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ट्विटर के माध्यम से भी प्रेषित किया गया।
इस अवसर पर विचार वयक्त करते हुए जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट ने कहा कि जनपद बदायूं में भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सहयोगी वर्ष 2011 से निरन्तर लोक कल्याण के विषय उठाते चले आ रहे हैं, अनेक विषयों पर शासन प्रशासन द्वारा कार्यवाही भी की गईं है , कई बड़े घोटाले उजागर हुए तो अनेक घोटाले होने नही दिए गए। सूचना/ सामाजिक कार्यकर्ता भ्रष्ट तत्वों के विरुद्ध दृढ़ता के साथ आवाज उठा रहे हैं। इस कारण वे बौखलाए हुए हैं तथा सूचना/ सामाजिक कार्यकर्ताओं के मान भंग के प्रयास कर रहे हैं। ऐसी घटनाओं से हमारा मनोबल गिरने वाला नही है बल्कि हम दोगुनी ऊर्जा के साथ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। सूचना/सामाजिक कार्यकर्ताओं की छवि धूमिल करने प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने व हतोत्साहित करने हेतु फर्जी अभियोग पंजीकृत करने/ कराने वाले समाज विरोधी ताकतों को सफल नहीं होने देगे।
श्री राठोड़ ने कहा कि आज पञ्चायत राज व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए जाने हेतु ग्यारह सुत्रीय मांगपत्र राज्यपाल व मुख्यमंत्री को प्रेषित किया है। ग्राम पंचायतों के अपने कार्यालय नहीं है, सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत अधिकारी व लेखपाल की नियुक्ति नहीं की गई है, सभी ग्राम पंचायतों में उत्तर प्रदेश पंचायत राज नियमावली के नियम 63 में वर्णित अभिलेख उपलब्ध नहीं है , पंचायत राज अधिनियम में दी गई व्यवस्था के अनुसार ग्राम पंचायत की बैठकें नियमित रूप से आयोजित नहीं की जाती है, पंचायत राज अधिनियम में दी गई व्यवस्था अनुसार गठित आधा दर्जन समितियां ग्राम पंचायतों में सक्रिय नहीं हैं , ग्राम पंचायतों में कराये गये विकास कार्यों का विवरण सार्वजनिक स्थानों पर अंकित नहीं किया जाता है, ग्राम पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मी सफाई कार्य न करके है किसी नेता या अधिकारी के यहां सेवा दे रहे है , राजस्व सन्हिता में दी गई व्यवस्था के अनुसार ग्राम पंचायतों में ग्राम राजस्व समितियों का गठन नहीं किया गया है , राशन की निगरानी हेतु गांवों में सतर्कता समिति गठित नहीं की गई है, महिला प्रतिनिधियों के स्थान पर उनके निकट सम्बन्धी कार्य कर रहे हैं। जिस अनुपात में महिला प्रतिनिधि चुने जाते हैं,उस अनुपात में महिला अधिकारियों व कार्मिकों की नियुक्ति नहीं की गई है।
रोजगार गारंटी योजना मनरेगा के अंतर्गत प्रतिवर्ष कितने लोगों को सौ दिन रोजगार मिला उनकी सूची प्रति वर्ष सार्वजनिक की जाए। संसद व विधानसभा की कार्यवाही आम जनता देख सकती है तो ग्राम पंचायत की कार्यवाही देखने का अधिकार आम नागरिकों को मिले।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मार्गदर्शक सेवानिवृत्त प्रवक्ता एच एल झा ने कहा कि ग्राम पंचायतों में विकास योजनाओं व विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी ब्लाक की है । ब्लाक में खन्ड विकास अधिकारी नहीं हैं, ब्लाक में सहायक विकास अधिकारी नहीं हैं, ब्लाक में अवर अभियंता नहीं, ब्लाक में प्रधान लिपिक नहीं, ब्लाक में आन्किक सहित अन्य लिपिक नहीं, ब्लाक में कर्मचारियों को बने आवास खन्डहर हो गये हैं। इसी प्रकार तहसीलों में तहसीलदार, नायब तहसीलदार , राजस्व निरीक्षक और लेखपाल के पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं। दोषपूर्ण चुनाव व्यवस्था व दूषित मतदाता सूची के कारण अधिकांश पंचायते नगरों में निवास करने वाले व्यक्तियों के नियंत्रण में हैं।
इस अवसर पर मार्गदर्शक धनपाल सिंह बाबा जी, एम एल गुप्ता, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखिलेश सिंह चौहान, मंडल समन्वयक एम एच कादरी, जिला समन्वयक सतेन्द्र सिंह, सह जिला समन्वयक महेश चंद्र, असद अहमद, तहसील समन्वयक बिल्सी अखिलेश सोलंकी, तहसील समन्वयक सहसवान आर्येंद्र पाल सिंह, प्रमोद कुमार, हरि नंदन सिंह, टीकम सिंह, भुजवीर सिंह, कुमरपाल, वंशी लाल, अवधेश कुमार, चरण सिंह, प्रदीप कुमार, उपेंद्र कुमार, अनिल प्रताप, नेत्रपाल, रामनिवास, अजीत सिंह, इंद्रपाल, रफत हुसैन, राजपाल सिंह, असफाक हुसैन, अमीरुद्दीन, अजयपाल, हरीशंकर मिश्रा, रवेंद्र सिंह, पप्पू यादव, राकेश सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।