व्यवस्था से क्षुब्ध होकर आत्म हत्या करने वाले कृषक रूम सिंह को दी श्रद्धांजलि।
जन दृष्टि(व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान मे अध्यक्ष/ संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट स्थित शहीद स्थल पर संगठन के पदाधिकारी एकत्र हुए तथा वर्षा में भी एक घंटे का मौन सत्याग्रह कर आत्म हत्या करने वाले कृषक रूम सिंह को श्रद्धांजलि दी। सत्याग्रह के पश्चात एक पांच सूत्रीय मांग पत्र नगर मजिस्ट्रेट बदायूं को सौंपा।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के अध्यक्ष/ संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि राजस्व विभाग में रिश्वतखोरी चरम पर है। कार्मिक बिना रिश्वत के कार्य नहीं करना चाहते हैं। नागरिकों को रिश्वत देने की विवश किया जाता है। राजस्व न्यायालयों में पारदर्शिता से कार्य नहीं किया जा रहा है, राजस्व संहिता और नियमावली का पालन नहीं किया जा रहा है। अनेक कार्मिक लम्बे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं। कार्मिकों की चल अचल सम्पत्ति सार्वजनिक नहीं की जा रही है। राजस्व संहिता में अपर कलेक्टर न्यायिक, उप जिलाधिकारी न्यायिक एवम तहसीलदार न्यायिक की व्यवस्था की गई है किंतु इन पदों पर नियुक्तियां नहीं की गई हैं। छोटे छोटे मामलों और व्यथा निवारण हेतु ग्राम राजस्व समितियों की व्यवस्था है, लेकिन राजस्व समितियां गठित नहीं की गई है।
श्री राठोड़ ने कहा कि जनपद में कई नागरिक व्यवस्था से क्षुब्ध होकर आत्मघाती कदम उठा चुके हैं। यह धारणा बनती जा रही है कि प्राण देकर ही समस्या का समाधान होगा। नगला शर्की निवासी कृषक रूम सिंह द्वारा तहसील परिसर में जहर खाने की घटना ने समूचे तन्त्र को प्रश्न चिंहित किया है। ऐसी घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता है, जॉच के परिणाम से नागरिकों को परिचित नहीं कराया जाता है। जिम्मेदार इन घटनाओं को दबाने या उनकी दिशा बदलने के प्रयास करते हैं। व्यवस्था पर नागरिकों का विश्वास बना रहें, इसके लिए कठोर कदम उठाए जानें की जरूरत है ताकि फिर कोई रूम सिंह आत्मघाती कदम न उठाए।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से मार्गदर्शक धनपाल सिंह, संरक्षक एम एल गुप्ता, केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल , सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखिलेश सिंह, सह जिला समन्वयक महेश चंद्र , तहसील समन्वयक सहसवान आर्येंद्र पाल सिंह, विनोद गुप्ता , सोमबीर ,प्यारेलाल आदि सूचना सामाजिक कार्यकर्ता उपास्थित रहे।