एनआरएलएम के अधिकारियों की मिली भगत से किया गया पुष्टाहार का बन्दर बांट।
जब ये मामला आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता सत्येन्द्र सिंह गहलोत के संज्ञान में आया तो उन्होंने लिया एक्शन।
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं में विकास खण्ड सहसवान क्षेत्र के गांव कोल्हाई से जुड़ा है, आंगनवाड़ी केंद्र कोल्हाई में कार्यकत्री रामा देवी दो सेंटरों का बाल पुष्टाहार का वितरण करती हैं, बाल पुष्टाहार का उठान अश्व महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष शकुन्तला देवी की मौजूदगी में किया जाता है।
दिसम्बर माह में अश्व महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष शकुन्तला देवी के पति की मृत्यु गम्भीर बीमारी के चलते हो गई थी।
समूह की अध्यक्ष की दुःख की घड़ी में अपना फायदा उठाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्री रामा देवी एवं एनआरएलएम के अधिकारियों ने अटैच समूह अश्व महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष को बिना सूचना दिए नए समूह को अटैच कर अवैध तरीके से बाल पुष्टाहार का उठान 26/12/2023 को कर कार्यकत्री ने वितरण नहीं कर अपने निजी भवन में रख लिया था।
जब इस मामले की जानकारी आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता सत्येन्द्र सिंह को हुई तो उन्होंने प्रभारी सीडीपीओ सहसवान से अनुरोध किया कि रामा देवी के द्वारा उठाई गई सामाग्री का उठान रजिस्टर के साथ सामग्री का मिलान ग्राम प्रधान की मौजूदगी में कराया जाए।
प्रभारी सीडीपीओ मंजू वर्मा ने आंगनवाड़ी कार्यकत्री को सामग्री का मिलान कराते हुए सार्वजनिक स्थान पर वितरण कराने के निर्देश दिए, जिस पर लगभग चार दर्जन ग्रामीणों एवं ग्राम प्रधान की मौजूदगी में 30 दिसम्बर 2023 को ऑन कैमरा उठाई गई सामाग्री का मिलान किया गया तो उठान रजिस्टर के अनुसार मौके पर लगभग 8000 रुपए की सामग्री कम पाई गई।
कम पाई जाने वाली सामग्री में रिफाइंड, दाल,दलिया, चावल सामिल है।
मिलान करने के बाद लाभार्थियों में सामग्री का वितरण दो दिन तक कराया गया।
गबन सामग्री को लेकर सत्येन्द्र सिंह ने जिम्मेदारों से पूछा तो उन्होंने अपना जवाब कुछ इस तरह दिया।
रामा देवी : हमें इतना ही सामान मिला है यदि कम है तो गोदाम वालों ने कम दिया है।
सीडीपीओ : गोदाम से सामग्री को पूरा दिया जाता है, मैं छुट्टी पर हूं मुझे मौका दो मैं जांच कर संभाल लूंगी।
एनआरएलएम के अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह से जब ये पूछा गया कि आपने अटैच समूह को सूचना दिए बिना अन्य पंचायत के समूह को किस आधार पर जोड़ा है।
सामग्री कम पाई गई है कौन देगा।
इस पर देवेन्द्र प्रताप सिंह सही जवाब नहीं दे पाए और कहा मैं था नही, अन्य समूह को अधिकृत करने की
गलती हो गई आगे से ऐसा नहीं होगा, दिलशाद जी ने ये सब किया है।
कम सामग्री के क्रम में देवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि जो सामग्री कम हुई है उस सामग्री को श्री गणेश स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष गीता व रामा देवी ने आपस में बांट लिया है।
इस पूरे प्रकरण को डीएम, सीडीओ बीडीओ सहसवान डीपीओ बदायूं को अवगत करा दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
साथ ही बाल पुष्टाहार विभाग के निदेशालय को भी भ्रष्टाचार से अवगत कराया गया है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि उस पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री रामा देवी के पति नत्थू लाल, एनआरएलएम प्रबन्धक द्वारा शिकायत खत्म करने एवं मामले को दबाने का दबाव बनाया जा रहा है, हालांकि डीएम ऑफिस से अभी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
बीडीओ सहसवान को दिए शिकायत पत्र की जांच एनआरएलएम प्रबन्धक देवेन्द्र सिंह ने की देवेन्द्र सिंह के द्वारा फर्जी आख्या लगा दोषियों को बचाने का काम किया है, साथ ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का भी कार्य किया।
इस आख्या को संज्ञान में लेकर उच्चाधिकारियों को जांचकर्ता पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।