बदायूं – जहां देखो वहां सैकड़ों की संख्या में किसान भूखे प्यासे रहकर दिन दिन भर समितियों पर पड़े रहते हैं किसान फिर भी नहीं मिल पाती है डीएपी खाद।
जनपद में ये नया मामला नहीं हर बार किसानों को बोआई के वक्त डीएपी और फसल उगने के बाद यूरिया खाद को लेकर समस्या का सामना करना पड़ता है। कहीं कहीं किसान ओवर रेटिंग का भी शिकार हो जाते हैं, शिकायतें कृषि विभाग को जाती हैं लेकिन कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है।
20 नवम्बर 2023 की कृषि विभाग की रिर्पोट के मुताबिक जनपद बदायूं में 2439.50 मै० टन डीएपी खाद मौजूद है, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि इतनी मात्रा में डीएपी खाद मौजूद है फिर भी किसान परेशान हैं वहीं किसानों का कहना है कि उन्हें तीन तीन दिन भागते हो जाते हैं और भूखे प्यासे समितियों पर रहते हैं लेकिन समितियों पर पड़े रहने के बाद भी डीएपी खाद नहीं मिल पाता है, आरोप है कि डीएपी खाद को समिती संचालक अपने सम्पर्क या फिर छुटभईया नेताओं के करीबियों को दस दस बोरी तक दे दिया जाता है।
लेकिन सीधे किसान निराश हो कर घर खाली हाथ चले जाते हैं, सूत्र के मुताबिक कृषि विभाग के कुछ अधिकारीयों की मिली भगत से खाद की कलाबाजारी की जाती रहीं हैं।
देखना ये है कि इन समितियों पर कोई कार्यवाही की जाती है या नहीं।