आज बदायूं में पहली बार विभिन्न जातीय समाज के लोगों (विशेषकर गैर अनुसूचित वर्ग) ने सामूहिक तौर पर रस्तोगी धर्मशाला में महर्षि वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई और सामाजिक समरसता की स्थापना हेतु मंगल कामना करते हुए सर्व समाज के गणमान्य नागरिकों ने संकल्प लिया
कि जातीय विषमता के विरुद्ध सामाजिक समरसता को जीवन का लक्ष्य बनाएंगे और आने वाले प्रत्येक वर्ष महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाए जाने के साथ ही उनके द्वारा रामायण में वर्णित सामाजिक और पारिवारिक व्यवस्था का अनुसरण करने का संकल्प लिया गया।
विचार गोष्ठी के माध्यम से समाज में व्याप्त उस भ्रान्ति को मिटाने का संदेश दिया गया कि महर्षि बाल्मीकि किसी एक विशेष जाति के नही है, वह तो सम्पूर्ण सनातन धर्म के आराध्य हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज कृष्ण गुप्ता (एड.) ने की और संचालन सुधीश गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर मनोज कृष्ण गुप्ता एडवोकेट ने कहा कि भारत पिछले एक हजार वर्षों से आज तक अपनी संस्कृति को जीवित रखकर विश्व को मानवता की प्रकाश दे रहा है तो उसका श्रेय महर्षि वाल्मीकि को है, उनकी कालजयी रचना रामायण जोकि युगों बीतने पर भी भगवान राम का प्रेरणादायक, सामजिक समरसता के नायक, आदर्श मानव का जीवन परिचय समाज को देती है,
विचार गोष्ठी में राम बहादुर जी पांडे, शारदेन्दु पाठक ‘शरद’, हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट, अरविंद वाल्मीकि, शैलेंद्र मोहन शर्मा, कौशल गुप्ता एड, अमन मयंक शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।
विश्व हिंदू परिषद जिला अध्यक्ष नीरज रस्तोगी , हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष मुकेश वर्मा का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।
इस कार्यक्रम का संचालन श्री सुधीश गुप्ता ने किया और इस कार्यक्रम में प्रमुख रचनात्मक सहभागिता कौशल गुप्ता एड. की रही
कार्यक्रम में रजनी मिश्रा, शिवशंकर गुप्ता , राजीव रस्तोगी, अनुज शर्मा, सचिन सूर्यवंशी, लालता प्रसाद साहू एड , अनिल मौर्य, राजेश गुप्ता, सतीश गुप्ता , कौशल पाराशरी, श्याम साहू, पंकज रस्तोगी , दीपक सक्सेना , राजेश गुप्ता, शिव शंकर गुप्ता, दिनेश कंधारी, राजीव भारद्वाज , वैभव गुप्ता, वागीश यादव, योगिता रस्तोगी, राहुल शर्मा , दीपक जौहरी आदि उपस्थित रहे।