बाल विवाह की सूचना मिलने पर तत्काल करें प्रभावी कार्यवाही
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना अंतर्गत तीन लाभार्थियों को वितरित किए लैपटॉप व बैग
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के अंतर्गत जनपद में तीन लाभार्थियों का चयन
बदायूँ : 12 अक्टूबर। मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई सम्मान योजना अंतर्गत पीड़िताओं को नियमानुसार मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने बाल विवाह की सूचना मिलने पर तत्काल समन्वय कर प्रभावी कार्यवाही करने व चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रकरणों को गंभीरता से निस्तारण करने के निर्देश दिए, वहीं उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) अंतर्गत तीन लाभार्थियों को लैपटॉप व बैग भी वितरित किए।
कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में रानी लक्ष्मीबाई सम्मान योजना व जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड के कार्यों की समीक्षा करते हुए वादों से संबंधित प्रकरणों की भी समीक्षा की।
उन्होंने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के बैठक में प्रतिभाग न करने की सूचना पर अपनी अप्रसन्नता व्यक्त की।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने बताया कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के अंतर्गत जनपद में तीन लाभार्थियों का चयन किया गया है सभी के बैंक खाते में 10-10 लाख रुपए जमा किए जाएंगे
जो कि उनकी 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने के उपरांत उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) अंतर्गत 130 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है जिसमें 4000 रुपए प्रति माह दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि शासन द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) भी प्रारंभ की गई है जिसमें ढाई हजार रुपए प्रति माह 23 वर्ष की आयु तक दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि योजना अंतर्गत 176 बच्चों को वित्तीय वर्ष 2023-24 में लाभान्वित किया जा चुका है तथा 102 नए बच्चों का चिन्हांकन कर जनपद स्तरीय टास्क फोर्स समिति द्वारा अनुमोदन भी लिया गया है जिनको जल्द लाभ मुहैया कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 21 बाल विवाह तथा वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 12 बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुई जिसको बाल कल्याण समिति, बाल कल्याण अधिकारी पुलिस, चाइल्ड लाइन जिला बाल संरक्षण इकाई आदि संबंधित विभागों के समन्वय से बाल विवाह को रुकवाया गया।
चाइल्ड हेल्पलाइन के अंतर्गत माह सितंबर में कुल पांच प्रकरण 1098 के माध्यम से तथा दो केस लोकल स्तर से प्राप्त हुए थे जिसका निस्तारण कर दिया गया है।
अक्टूबर माह में दो केस 1098 से प्राप्त हुए हैं जिसका निस्तारण भी कर दिया गया है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय, संयुक्त निदेशक अभियोजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थिति रहे।
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