सूचना के अधिकार के प्रयोग से रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी, डग्गामारी व मिलावटखोरी के समूल विनाश हेतु कार्य करे नागरिक।
व्यवस्था सुधार मिशन के अन्तर्गत प्रतिमाह द्वितीय और चतुर्थ शनिवार को आयोजित किया जाता है सूचना कार्यकर्ता प्रशिक्षण व विधिक सेवा शिविर।
जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के तत्वावधान में माह के द्वितीय व चतुर्थ शनिवार को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला में सामाजिक कार्यकर्ता सुमित कुमार एवम बिनोद कुमार गुप्ता के संयोजन में सूचना कार्यकर्ता प्रशिक्षण/विधिक सेवा शिविर का आयोजन विकास खंड कादरचौक के ग्राम जोरी नगला में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में निकटवर्ती गांवों के नागरिकों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की।
सूचना कार्यकर्ता व विधिक सेवा शिविर में जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के जनक हरि प्रताप सिंह राठोड एडवोकेट द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को सूचना के कानून की बारीकियां बताने के साथ ही लोकहित में प्रयोग के तरीक़े भी बताए गए। आज के सत्र में सुचना कार्यकर्ताओं की व्यावहारिक कठिनाईयो का भी निवारण किया गया। साथ ही प्रत्येक माह में प्रत्येक सूचना कार्यकर्ता को चार सूचनाएं मांगने एवम लोकहित के विषयों पर चार शिकायते विभिन्न पोर्टल के माध्यम से किए जाने का लक्ष्य दिया गया। साथ ही नागरिकों को उपयोगी कानूनों से परिचित कराया गया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के संस्थापक/ अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि नागरिक इस देश के वास्तविक स्वामी हैं। उन्हें व्यवस्था का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों से नागरिकों को दायित्व बोध कराकर उनमें निगरानी की प्रवृत्ति विकसित करने हेतु निरंतर प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हे सुचना का अधिकार, जनहित गारंटी कानून, पंचायत राज वयवस्था के साथ ही जनोपयोगी एप और पोर्टल व हेल्पलाइन के प्रयोग के प्रति जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों का व्यापक प्रभाव भी दिखाई दिया है।
नागरिकों के अज्ञान का लाभ उठाकर ही लोकसेवक/ राजकीय सेवक राजा जैसा आचरण कर रहे हैं। प्रशिक्षण प्राप्त कर नागरिकों को भी प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़े ताकि व्यवस्था परिवर्तन हो सके। प्रशिक्षित सूचना कार्यकर्ता व नागरिक ही व्यवस्था सुधार मिशन का हिस्सा बन सकेंगे। अधिकारीगण नागरिकों से संवाद नहीं करना चाहते हैं, सी यू जी नम्बर पर नागरिकों से बात नहीं करते, अनेक अधिकारी जनता से मिलने हेतु अपने अधीनस्थ को कार्यालय में बैठा देते हैं। सूचना कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि वे सूचना के अधिकार का प्रयोग करके निष्क्रिय होती जा रही व्यवस्था को सक्रिय बनाने का कार्य करें।
श्री राठोड़ ने कहा कि सूचना के अधिकार के प्रयोग से हमें रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी, डग्गामारी व मिलावटखोरी के समूल विनाश के लिए कार्य करना है। नागरिकों में साहस पैदा करना पड़ेगा ताकि वे विक्रेताओं से बिल मांगने की आदत बना सकें। उपभोक्ताओं को बिल न देकर विक्रेता उनका शोषण कर रहे हैं। बिल के बिना खराब गुणवत्ता व मानक की मिलावटी, नकली वस्तुएं खरीदने को उपभोक्ता
विशेष रूप से किसान विवश है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मार्गदर्शक धनपाल सिंह , संरक्षक एम एल गुप्ता , केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखिलेश सिंह, जिला समन्वयक सत्येन्द्र सिंह गहलोत, सह जिला समन्वयक महेश चन्द्र, तहसील समन्वयक सहसवान आर्येंद्र पाल सिंह, तहसील समन्वयक बदायूं राम लखन, ब्लाक समन्वयक कादरचौक सुमित कुमार,विनोद गुप्ता, प्रमोद कुमार,
नेत्रपाल,ओमकार,विनोद गुप्ता,अंकित, योगेश,प्यारे लाल, भुवनेश कुमार, धनपाल,हरीराम, नेत्रपाल यादव,देवेन्द्र सिंह शाक्य, ओमवीर यादव, बिजनेस, ज्ञान सिंह, देवीराम, रामविलास, फूल सिंह, भगवान सिंह, रवेंद्र सिंह, अकरम, अकरम, रामप्रकाश, रामऔतार, राजवीर सिंह, ओमकार आदि की सहभागिता रही।