ज्ञानोत्कर्ष अकादमी एवं शोध केंद्र भारत द्वारा हिंदी साहित्य के उत्थान में सेवा कार्य करने हेतु “काव्य नवरत्न विभूति सम्मान 2022” से सम्मानित किया गया। इस संस्था द्वारा पूरे भारत वर्ष से साहित्यिक क्षेत्र में हिंदी के उत्थान के लिए कुल 46 साहित्यकारों का चयन किया गया था। जिसमे वर्ष 2022 हेतु अलका गुप्ता ‘अलकाकृति’ को भी सम्मानित किया गया। उंन्होने हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने हेतु नवकृति साहित्य मंच की स्थापना की। जिसके द्वारा विभिन्न विधा की कार्यशालाएं चला कर नव रचनाकारों को पारंगत किया जाता है।
विभिन्न काव्य संग्रहों व कहानी संग्रहों का भी प्रकाशन कराएं है। जिसमे सम्पूर्ण भारतवर्ष व विदेश से भी रचनाकारों को सम्मिलित किया जाता है। इससे हिंदी साहित्य में वृद्धि होती है। वह नवकृति साहित्य मंच द्वारा कवि सम्मेलनों व काव्य गोष्ठियों द्वारा साहित्यकारों को मंच प्रदान करने व यू ट्यूब द्वारा भी कवियों व कवयित्रियों को मंच प्रदान कर दूर दूर तक हिंदी साहित्य को पहुंचाने का कार्य रही हैं। अलकाकृति के स्वयं की भी अब तक 8 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। अभी हाल ही में उनकी साझा बालगीत संग्रह अप्पू की रेल व पंखुड़ी प्रकाशित हुई है। व कहानी अनकही कहानी सग्रह प्रकाशनाधीन है। ज्ञानोत्कर्ष अकादमी पूरे वर्ष साहित्य सेवा करने वाले साहित्यकारों को सम्मानित करती है। इस सम्मान के लिए सम्पूर्ण नवकृति परिवार, कवि आसुतोष आशु, सतीश शुक्ल, मीरा द्विवेदी, सांत्वना, चन्द्रकिरण अग्रवाल, सुमन मिश्रा, निशा, संध्या व सभी मित्रगणों ने शुभकामनाएं दी।