मुख्यमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि देश के 80 करोड़ और प्रदेश के 15 करोड़ गरीबों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। हमारी पहली कैबिनेट बैठक में इस योजना को तीन महीने आगे और बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के तहत गरीबों को खाद्यान्न के साथ दाल, नमक, चीनी और तेल भी दिया जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे। यह नवगठित सरकार का पहला निर्णय है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को 52 कैबिनेट मंत्रियों के साथ शपथ ली। यूपी चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ है। इन चुनाव में जीत का एक बड़ा कारण मुफ्त राशन योजना को बताया जा रहा है जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार इस योजना को जारी रखने के पक्ष में है। प्रदेश सरकार अब 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि यह योजना 2024 के चुनाव तक जारी रहेगी।
इस योजना का प्रभाव रहा है कि प्रदेश के हर वर्ग के मतदाताओं ने भाजपा को वोट किया और फिर से सत्ता में आने के लिए जनादेश दिया।