आज सुबह 7:00 बजे महाराणा प्रताप चौक बदायूं पर कावड़ यात्रा के दौरान एक बहुत ही सुन्दर नजारा देखने को मिला।
ऐसे कांबड़ यात्रा समाज के लिए अच्छी सीख देती हैं और आज के युवाओं को इनसे कुछ सीखना चाहिए।
कांबड़ यात्रा में चार भाईयों ने कलयुग में भी श्रवण के इतिहास को दोहरा कर साबित किया है कि श्रवण कुमार ने अपने माता पिता को तीर्थ यात्रा कराने के लिए अपने काँधे कांबड़ उठाई थी, उनके सतकर्म से प्रसन्न होकर।
ये चार भाई अपने भतीजे के साथ अपने मां-बाप को कछला गंगा स्नान कराकर अपने कंधों पर कांबड़ उठा चारों भाई पटना में शिव का जलाभिषेक कराने ले जा रहे हैं।
अखिलेश चौहान उर्फ हनुमान जी से वार्ता के दौरान इन भक्तों ने अपना निवास अलापुर के पास दोहना गांव बताया है जोकि जनपद बदायूँ में आता है, कछला चले हुए आज 4 दिन हो गए हैं, आगे की मंजिल तय कर रहे हैं।
हमारी भी यही प्रार्थना है कि भगवान शिव इनकी इस यात्रा को सफल कर इनकी हर इच्छा को पूरी करें।
अखिलेश चौहान (हनुमान)