गिंदो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं , राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से सामाजिक समरसता दिवस एवं और विद्यार्थी परिषद के संयुक्त तत्वाधान में प्राचार्या प्रोफेसर गार्गी बुलबुल के निर्देशन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।सर्वप्रथम समाज में समानता एवं भेदभाव मिटाने के लिए शपथ ली गई तत्पश्चात सामाजिक सद्भाव एवं एकता बनाए रखने के लिए विचार प्रस्तुत किए गए ।प्राचार्या प्रोफेसर डॉ गार्गी बुलबुल ने बताया कि सामाजिक समरसता व्यवहारिक जीवन में एवं देश के विकास के लिए आवश्यक है। इस अवसर पर विद्यार्थी परिषद की ओर से उनकी पुस्तक का मोचन भी किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी इति अधिकारी में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि लोग सामाजिक सद्भाव तब प्राप्त करते हैं जब उन्हें लगता है कि उनके मूल्य और इच्छाएं समाज में प्राप्य हैं । यदि वे प्रकृति, समाज और स्वयं के साथ सफलतापूर्वक सामंजस्य स्थापित करना चाहते हैं तो उन्हें मजबूत सामाजिक और मनोवैज्ञानिक प्रयास करने होंगे। उप प्राचार्या डॉ इंदु शर्मा ने कहा कि सामाजिक समानता अर्थात जातिगत भेदभाव एवं अस्पृश्यता का जड़मूल से उन्मूल कर लोगों में परस्पर प्रेम एवं सौहार्द बढ़ाना तथा समाज के सभी वर्गो एवं वर्णो के मध्य एकता स्थापित करना है ।
राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनीता सिंह ने कहा कि सामाजिक समरसता वास्तव में सामाजिक होने के लिए अपेक्षाकृत महत्वपूर्ण है जिसका अर्थ एक दूसरे के साथ सुखद तरीके से रहना और किसी व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक स्वास्थ्य कारकों का एक जटिल संयोजन है।इस इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की शिक्षिकाएं डॉ उमा सिंह गौर, डॉ निशी अवस्ती, डॉ सोनी मौर्या ,डॉ शिल्पी तोमर डॉ वंदना शर्मा, डॉक्टर पूनम सिंह, सुश्री प्रीति वर्मा श्रीमती बबीता आदि उपस्थित रहीं ।