एनसीसी कैडेट्स ने शपथ ग्रहण कर क्विट इंडिया प्रोग्राम मनाया
आज गिंदोदेवी महिला महाविद्यालय में कैप्टन इन्दु शर्मा के निर्देशन में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत “भारत छोड़ो आंदोलन” कार्यक्रम मनाने के लिए विचार गोष्ठी की गई।
कैप्टन इन्दु शर्मा ने इस आंदोलन के बारे में कैडेट्स को बताया कि 8 अगस्त 1942 को ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए यह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के द्वारा मुंबई अधिवेशन में शुरू किया गया था,यह भारत को तुरंत आजाद करने के लिए सविनय अवज्ञा आंदोलन था ।
इसमें “अंग्रेजों भारत छोड़ो” नारा दिया गया। आंदोलन प्रस्ताव पारित होने के बाद “करो या मरो” का नारा गांधी जी ने दिया था। इसे “अगस्त क्रांति “के नाम से भी जाना जाता है।
व्यापक प्रभाव के कारण इस राष्ट्रीय आंदोलन ने ब्रिटिश राज्य की नीव हिला कर रख दी थी। 1857 की क्रांति के बाद का सबसे विशाल आंदोलन था इसमें 900 लोग से ज्यादा मारे गए।
देश की आजादी में इस आंदोलन की विशेष भूमिका रही ।इसके लिए हमारे देश भक्तों ने अपनी जान की भी परवाह नहीं की और देश के लिए जान दे दी ।
इस आजादी को बरकरार रखने के लिए हमारे भी नागरिक होने के नाते कुछ कर्तव्य हैं जिन्हें पूरा करना हमारा पहला दायित्व है। प्राचार्य डॉ गार्गी बुलबुल ने कहा कि देश के युवा हमारी सबसे बड़ी धरोहर है यह देश की तस्वीर बदल सकते हैं।
आप एनसीसी के कैडेट है इस नाते आपकी ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी है साथ ही महिला शक्ति के रूप में भी आप समाज को तरक्की देने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
अंशिका सोनिया आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। इसके उपरांत कॉलेज कैंपस में छात्राओं को प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल ने “अमृत काल के पंचप्रण” की शपथ दिलाई। इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स ,छात्राएं एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।