उत्तर प्रदेश में बदायूँ सहित कई जिलों में सही नहीं है यातायात व्यवस्था का स्तर, सड़कों व शहर में देखी गई व्यवस्था में निम्न व्यवस्था सही नहीं।
जैसे कि –
१. शहर में लाल बत्ती का पालन नहीं होना।
२. जेब्रा क्रोसिंग का पालन नहीं होना।
३. चौराहों, तिराहों पर संकेतांक व्यवस्था न होना।
४. सफेद रंग की नंबर प्लेट (निजी वाहन) से डग्गामारी,करने वाले वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं होना।
६. पेट्रोल पास ईको कार LPG गैस से चलाई जा रही हैं, इन पर कोई कार्यवाही नहीं होना।
७. पाँच सीटर ईको कार में 5 सवारी से अधिक सवारी व टेम्पो में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाना आदि वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं करना।
८. विभिन्न संगठन के नाम लिख डग्गामारी कर रही ईको कार व VIP हॉर्न (हूटर) का अवैध तरीके से प्रयोग, प्रेस व पुलिस लिखे वाहनों से डग्गामारी पर कोई कार्यवाही नहीं होना।
९. नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चलाने, व बिना ड्राविंग लाइसेंस के वाहन चलाने वालों पर कोई कार्यवाही नहीं करना।
१०. सड़क किनारे वाहन खड़ा कर सवारियां उठाने वाले वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं करना।
ऐसी तमाम तरह की लापरवाहियाँ यातायात व्यवस्था में देखने को मिल रही हैं, जो कहीँ न कहीं यात्रियों व राहगीरों की जान जोखिम में डाल रही हैं हर रोज उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था में लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटनाएं होतीं रहतीं हैं।
इन सभी समस्याओं को खत्म कर यातायात व्यवस्था में सुधार हेतु सामाजिक कार्यकर्ता जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के जिला समनव्यंक ने ईमेल के माध्यम से उत्तर प्रदेश यातायात पुलिस, जिलाधिकारी,व ट्रांसपोर्ट ऑथोरिटी बदायूँ, बरेली, संभल, मुरादाबाद, कासगंज, शाहजहाँपुर, पीलीभीत सहित कई जिले के ARTO को पत्र भेज यातायात व्यवस्था में सुधार कराने की माँग की है।