होली का त्यौहार रंगीला मन में भरे उमंग
रंगे प्रेम के रंग में जो भी चढे न दूजा रंग
जोगीरा सारा.. रारा . .. रा….
बैर भाव के भेद मिटाओ मिलकर करो धमाल
नाचो गाओ और बजाओ ढोल, मजीरा,झाल
जोगीरा सारा रा रा रा…
कुर्सी पाकर नेताओं की बदल गई है चाल
जनता को ही लूट रहे हैं अजब देश के हाल
जोगीरा सारा रारा रा…
कदम -कदम पर यहां मिलेंगे करने वाले वार
गले लगाकर उन्हें सिखाओ ज़रा प्रेम का सार
जोगीरा सारा रारा रा…
गांवों से शहरों तक देखा मचा हुआ हुड़दंग
तले कहीं पर गुझिया पापड़ घुटे कहीं पर भंग
जोगीरा सारा रारा रा….
शादी के जो बाद चाहते हो जीवन खुशहाल
बीबी को तुम चाबी दे दो मुख .पर ताला डाल
जोगीरा सारा रारा रा……
सुनो बेटियो अपना तुम भी रखना तनिक खयाल
बगुला यहाँ फँसाए मछली बिना लगाए जाल
जोगीरा सारा रारा रा…..
घर में बूढ़े मात -पिता के हाल बड़े बेहाल
पढ़े लिखे यह नौजवान अब सेई रहे ससुराल
जोगीरा सारा रारा रा…
फूहड़ संचालनकर्ता के मन में नहीं मलाल
आयोजक मंचो के जब से बन गए यहाँ दलाल
जोगीरा सारा रारा रा…..
नेकी करे महादानी जब दे दरिया में डाल
ओछा दान ज़रा सा देकर ख़ूब बजाए गाल
जोगीरा सारा रारा रा…….
नीयत के संग यहाँ निठल्लो की बदली है चाल
लगे पड़ोसन दही बड़े सी बीवी बासी दाल
जोगीरा सारा रारा रा…
बत्तीसी मुख से गायब है चांदी जैसे बाल
करें निगाहों से वो देखो मुर्ग़ी रोज हलाल
जोगीरा सारा रारा रा….
स्वरचित रचना
डाॅ. निशा सिंह ” नवल “लखनऊ
होली की हार्दिक शुभकामनायें।