नारी की महिमा
में हुं एक नारी
नारी के कही है रूप
हर नारी में दिखता हैं प्यार
अनेक रूपों में भी दिखता हैं प्यार प्यार प्यार
नारी में ही बलिदान की भावना हैं और त्याग की भी भावना ही है।
सुबह से रात भर जाग कर
सबका ध्यान रखती है नारी।
नारी हो, मा, बहन,पत्नी,मगर
होती है तो वो किसी और की बेटी बेटी बेटी बेटी।
बस यही ही एक नारी की महिमा अपरम्पार और उसके परिवार वालों पर होगी महिमा अपरम्पार , महिमा अपरम्पार ।हर गर वाले नारी शक्ति को बढ़ाने वाले हैं।
इसलिए नारी बड़ी होकर आगे बढ़ जाती हैं
मधु बन राठौड़ बड़ौदा गुजरात।