November 22, 2024

 

 

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मिशन शक्ति विशेष अभियान के तहत “दहेज”- एक सामाजिक समस्या” विषय पर छात्राओं में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
आज दिनाँक 13.05.2022 को गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूँ की आई क्यू ए सी के तत्वावधान में प्राचार्या डॉ वंदना शर्मा के संरक्षण एवं निर्देशन में व मिशन शक्ति प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के संयोजन एवं नेतृत्व में चलाए जा रहे में चलाए जा रहें “मिशन शक्ति विशेष अभियान” के तहत भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डॉ वंदना शर्मा के द्वारा माँ शारदे के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्या डॉ वंदना शर्मा ने बताया कि “समानता एक सुंदर और सुरक्षित समाज की वह नींव है जिस भारत में दहेज एक पुरानी प्रथा है, जो काफी सदियों से चली आ रही है. दहेज लेना या देना दोनों को ही दहेज प्रथा कहा जाता है लड़की की शादी के समय लड़की के परिवार वालों द्वारा लड़के के परिवार को किसी भी प्रकार की कोई कीमत या तोहफा देना दहेज प्रथा है।कार्यक्रम संयोजक मिशन शक्ति प्रभारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने बताया कि प्राचीन काल और वर्तमान काल में दहेज प्रथा की स्थिति अलग-अलग है अगर हम वैदिक सभ्यता की बात करें तो उस समय दहेज प्रथा जैसी कोई भी सामाजिक बुराई नहीं हुआ करती थी और साथ ही स्त्रियों और पुरुषों को समान अधिकार प्राप्त थे लेकिन समय के साथ-साथ जैसे जमींदारों और जागीरदारों का समय आया तभी से यह समस्या समाज में पनपने लगी थी। उप प्राचार्या डॉ० गार्गी बुलबुल ने बताया कि 1961 में दहेज प्रथा अधिनियम सरकार ने पारित किया. जिसके तहत अब दहेज लेना या देना दोनों ही दंडनीय अपराध है पर अभी भी कहीं ना कहीं हमारे समाज में यह दहेज प्रथा प्रचलित है और कहीं ना कहीं चाहते या ना चाहते हुए भी हम दहेज प्रथा से जुड़े हुए हैं। डॉ इन्दु शर्मा ने कहा कि इस अधिनियम के पारित होने के बावजूद भी दहेज प्रथा आज भी हमारे समाज में वैसी की वैसी ही बनी हुई है. विकास रूपी इमारत बनाई जा सकती है।

भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें सौम्या, अम्बिका, वैष्णवी, सलोनी, संगीता, अंशिका, सीते, शिवानी ने अपने अपने विचार रखें।प्रतियोगिता में कु० सौम्या प्रथम, अम्बिका द्वितीय एवं सीते ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।निर्णायक मंडल में डॉ शिखा पाण्डे एवं डॉ शुभी भाषीन रहीं। इस अवसर पर डॉ श्रद्धा यादव, डॉ शिल्पी तोमर सहित समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा। सभी छात्राओं की सक्रिय सहभागिता रही।

असिस्टेंट प्रोफेसर सरला चक्रवर्ती
आई क्यू ए सी कॉर्डिनेटर/प्रभारी मिशन शक्ति
गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय, बदायूँ

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