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सुशासन दिवस पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन।

गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं ,राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से 25 जनवरी 2022 को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी के जन्म दिवस को सुशासन दिवस के रूप में प्राचार्या प्रोफेसर डॉक्टर गार्गी बुलबुल के निर्देशन में मनाया गया ।इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य विषय “सुशासन का महत्व” रहा, जिसमें स्वयं सेविकाओं ने भाग लिया ।

प्राचार्या महोदया ने सुशासन का अर्थ समझाते हुए कहा कि एक ऐसा शासन जिसमे देश के लोग प्रसन्न हो, उनका विकास हो, देश के हर फैसले में उनकी सहमति शामिल हो ,ऐसे शासन को ही सुशासन कहा जा सकता हैं।उप प्राचार्य प्रोफेसर डॉ इंदु शर्मा ने बताया कि भारतीय संविधान अनुच्छेद 14 के अनुसार विधि शासन के तहत यह स्पष्ट किया गया हैं कि देश के सभी नागरिको के लिए समान नियम बनाये गये हैं, जो कि देश में रहने वाले एवं देश के बाहर से आने वाले लोगों पर समान रूप से लागू होंगे,जिसे किसी जाति,धर्म विशेष के लिए ना ही तोड़ा जा सकता हैं और नाही बदला जा सकता हैं । राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम डॉक्टर इति अधिकारी ने बताया कि सुशासन के तहत शासन को भी कुछ करने की आवश्यकता जरुरी हैं और जनता उन पर भरोसा करें, जिसका ख्याल नागरिक को वोट देते वक्त करना चाहिए, जिसमे प्रभावशीलता दक्षता का गुण मौजूद हो,जो किसी शासक को हर परिस्थिती में लड़ने की हिम्मत प्रदान करता है एवं स्वस्थ समाज के विकास में सहयोग देता है।राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनीता सिंह ने बताया कि सुशासन की प्रमुख विशेषताएँ हैं भागीदारी, आम सहमति, जवाबदेही, पारदर्शी, उत्तरदायी, प्रभावी एवं कुशल, न्यायसंगत और समावेशी होने के साथ-साथ ‘कानून के शासन’ का अनुसरण करना है।

भाषण प्रतियोगिता में अंबिका देवी प्रथम ,अंशिका द्वितीय एवं प्रियांशी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या महोदया ने सुशासन व्यवस्था के लिए सभी को प्रतिज्ञा दिलवाई और समाज के प्रति अपने दायित्व को समझने एवं उसे पूरा करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के अन्य सभी सदस्य उपस्थित रहें।

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