कामकाजी महिलाओं की समाज में है महत्वपूर्ण भूमिका “- सिंहवाहिनी की राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
आज सिंहवाहिनी संस्था की राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह – कामकाजी महिलाओं की सामाजिक भूमिका : चुनौतियाँ एवं समाधान विषय पर होटल ताज गेलेक्सी फतेहाबाद रोड आगरा में संपन्न हुई. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती मधु बघेल ने माँ भवानी के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया . उन्होंने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण वास्तविक रूप से जब सफल होगा।
जब अंतिम ग्रामीण नारी पूर्ण रूप से शिक्षित होगी , जिस घर में संस्कार नहीं वह शिक्षित नहीं हो सकता जिसकी ज़िम्मेदारी स्त्रियों की है . कुपोषण नारी सशक्तिकरण में बाधक है . प्रत्येक सक्षम महिलाओं को पाँच आवश्यकता वाली स्त्रियों की ज़िम्मेदारी लेनी होगी. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बैकुण्ठी देवी कॉलेज की प्राचार्य डा० पूनम सिंह ने कहा कि नारी के बिना सृष्टि की कल्पना ही अधूरी है नारी परंपराओं की संवाहक है।
प्रत्येक महिला कामकाजी है नारी सशक्तिकरण जब तक नहीं माना जाएगा जब तक निर्णय लेने की शतप्रतिशत क्षमता नहीं आ जाएगी नारी बेस्ट मैनेजमेंट मैनेजर है नारी सकारात्मक रूप से कुछ भी कर सकती है विशिष्ट अतिथि उपजिलाधिकारी ऋतुप्रिय ने कहा कि प्रत्येक महिला के जीवन में संघर्ष के स्तर अलग अलग होते हैं लेकिन होते ज़रूर है प्रत्येक महिला को आर्थिक रूप से लिटरेट होना आवश्यक है।
शिक्षित होने के साथ ज्ञानवान होना ज़रूरी है . कार्यक्रम की मुख्य वक्ता एसएन कॉलेज की प्रोफ़ेसर डा० कैरवी भारद्वाज ने सामाजिक जीवन में उन्हें किन किन चुनौतियों का सामना किया और किस तरह उन्होंने उनका समाधान किया ।सिंहवाहिनी की अध्यक्ष डा० रानी परिहार ने संस्था का परिचय देते हुए संस्था द्वारा चलाये जा रहे प्रमुख कार्यक्रमो के बारे में बताते हुए कहा कि कि संस्था हमेशा महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान के लिए कार्य करती रहेगी।
उच्च प्राथमिक विद्यालय गुड़ा की छात्राओ ने नृत्य प्रस्तुत किया , डा० जूही , आर्या शर्मा , डा० अदिति के नृत्य ने समा बांध दिया. कार्यक्रम का संचालन डा० स्वाति यादव जूही यादव ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डा कल्पना गर्ग ने किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहे – ट्विंकल शर्मा , माधवी भदोरिया, सोनू भदोरिया, रूपम राठौर,नूपुर दीक्षित, स्वाति सिंह, महविश, नाजिया
अंजू , जूही , स्वाति यादव , स्वाति जैन, गीता, गति नगपाल, कुंदन भारती, चंचल आनंद , करुणा गौतम ,गायत्री , बरखा , भावना , समीना ,रेनु, रश्मि , ज्ञानेश्वरी , शिल्पी राजपूत , प्रगति , ऋचा जैन , लीलावती , शालू , वंदना , नेहा , अनीता , आभा , बरखा , सीमा , कविता , सविता , अलका , आरती , कल्पना ठाकुर , दिव्या आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रही