विद्यालयों में मिली कमियां, डीएम नाराज़
बदायूँ : 31 मार्च। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती के साथ शुक्रवार को संविलियन विद्यालय पड़ौआ तथा प्राथमिक विद्यालय कुलचौरा का औचक निरीक्षण किया। डीएम को देखते ही विद्यालय में हड़कम्प मच गया। डीएम के प्रवेश करते ही उन्हें विभिन्न प्रकार की कमियां नज़र आयीं।
डीएम को निरीक्षण के दौरान यहां सफाई व्यवस्था खराब मिली, कक्षाओं की खिड़कियां टूटी थी, खिड़कियां के बाहर कूड़ा पड़ा था। हाथ धोने के लिए लगी टोटियाँ खराब, शौचालय क्रियाशील नहीं उसमें अन्य सामान रखा मिला। फायर एक्सटिंगिशर और फर्स्ट एड बॉक्स में रखी दवाओं दोनों की डेट एक्सपायर मिली, छत का प्लास्टर टूटा मिला। कक्षा में बच्चों की उपस्थिति ठीक नहीं थी और न ही शत प्रतिशत बच्चे ड्रेस में मिले, डीएम ने मौजूद बच्चों से गिनती, पहाड़े आदि सवाल पूछे तो वह जवाब न दे सके और गलत जवाब दिए, शिक्षण व्यवस्था पर नाराज डीएम ने शिक्षकों की कड़ी फटकार लगाते हुए शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त करने की चेतावनी दी है।
डीएम ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के शिक्षक विद्यालय के लायक नहीं हैं, जो बच्चों के भविष्य से खिलबाड़ कर रहे हैं। इन विद्यालयों में बच्चों की नींव मजबूत करने के उद्देश्य से पढ़ाई कराई जाती है, यहां व्यवस्थाएं खराब पड़ी हुई हैं। उन्होंने खराब व्यवस्थाओं के लिए एबीएसए का स्पष्टीकरण करने के निर्देश देते हुए कहा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी यहां आकर क्या व्यवस्थाएं देखते हैं, यहां आकर तो ऐसा लग रहा है जैसे शिक्षण कार्य में यहां के शिक्षकों की कोई रूचि ही नहीं है। उन्हांने निरीक्षण पंजिका देखी तो पाया कि अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान आख्या नहीं लिखी है। डीएम ने निर्देश दिए कि अधिकारी निरीक्षण के बाद आख्या अवश्य लिखें। बच्चे मेहनत से पढ़ाई करके अपने अभिभावकों, जनपद का नाम रोशन करें। डीएम ने सख्त निर्देश दिए हैं कि शिक्षण व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
एक सप्ताह के भीतर विद्यालयों की समस्त कमियों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कर लें, एक सप्ताह में पुनः निरीक्षण किया जाएगा, कमियां दुरुस्त न होने पर सम्बंधित के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। बच्चों का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण होता रहे। डीएम ने आंगनबाड़ी केन्द्र के निरीक्षण में पाया कि वहां पर्याप्त रोशनी नहीं है, डीएम ने वहां पर्याप्त रोशनी रखने और पुष्टाहार समय से वितरित कराने के निर्देश दिए हैं।