अखिल भारतीय साहित्य परिषद झांसी के बैनर तले, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के महामंत्री कविवर विजय प्रकाश सैनी के “सैनी गार्डन” में, एक साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
प्रतापनारायण दुबे जी द्वारा विरचित बुंदेली भाषा की अप्रतिम कृति “फगुवारे” को ” हिन्दी साहित्य सम्मेलन, समिति ( उ०प्र०) सरकार ने राष्ट्रीय गौरव” राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त” सम्मान प्रदान करने की घोषणा की है । बुंदेली कृति को यह सम्मान झांसी के सभी साहित्यकारों, साहित्य प्रेमियों को लिए गौरवान्वित अनुभव करने की बात है । इस आयोजन में उपस्थित सभी साहित्यकारों, कवियों, सृजनधर्मियों में साहित्य प्रेमियों ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं एवं हार्दिक प्रदान कीं तथा “फगुवारे” कृति की भूरि-भूरि प्रसंशा की।
इस आयोजन में सर्वश्री गयाप्रसाद वर्मा “मधुरेश” जी, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दतिया से पधारे हिन्दी साहित्य के विलक्षण प्रतिभा सम्पन्न महान साहित्यकार डॉ० अरविंद श्रीवास्तव जी विशिष्ट अतिथि के रूप में रहे । कार्यक्रम की अध्यक्षता बुंदेली भाषा के श्रेष्ठ सृजनधर्मी कविवर प्रताप नारायण दुबे जी ने की ।
इस अवसर पर श्रीमती ब्रजलता मिस्रा जी, श्रीमती संगीता निगम जी, श्रीमती बविता सैनी जी, श्री हरशरण शुक्ल जी, डा० सुखराम चतुर्वेदी फ़ौजी जी,भगवान सिंह कुशवाहा राही जी,सुकवि संजीव दुबे जी, डॉ० रामशंकर भारती जी, अताउल्लाह खान साहब , श्री दिनेश कुमार शर्मा जी, श्री विजय प्रकाश सैनी जी , श्रीं श्यामशरण नायक सत्य जी, श्री बालाप्रसाद यादव बालकवि जी, श्री राजेश तिवारी मख्खन जी, श्री विकास अवस्थी जी, श्री आनंद सैनी जी, श्री मलखान सैनी जी, श्री वेदप्रकाश तिवारी जी,आदि साहित्यकारों , कवियों, सृजनधर्मियों , साहित्य प्रेमियों की विशिष्ट उपस्थिति से साहित्य संगोष्ठी सानंद सम्पन्न हुई ।
साहित्य संगोष्ठी का सफल संचालन कविवर श्री राजेश तिवारी मख्खन जी ने किया ।
अंत में अखिल भारतीय साहित्य परिषद झांसी के महामंत्री श्री विजय प्रकाश सैनी जी ने सभी साहित्यकारों, कवियों, सृजनधर्मियों एवं साहित्य प्रेमियों का हृदय तल से आभार व्यक्त किया ।